Jharkhand Desk: झारखंड की पहली महिला डीजीपी तदाशा मिश्रा को झारखंड की प्रभारी डीजीपी से स्थायी डीजीपी बना दिया गया है. इस संबंध मंगलवार की देर शाम गृह विभाग की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई.
आईपीएस अधिकारी तदाशा मिश्रा को राज्य का महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक (डीजीपी–HoPF) नियुक्त कर दिया है. इस संबंध में गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने 30 दिसंबर 2025 को अधिसूचना जारी कर दी है. झारखंड की पहली महिला डीजीपी तदाशा मिश्रा ओडिशा की रहने वाली हैं. 1994 में यूपीएससी में सफल होने के बाद उन्हें बिहार कैडर मिला, झारखंड अलग होने के बाद वह झारखंड कैडर में ही रह गईं. तदाशा मिश्रा की छवि एक ईमानदार आईपीएस अफसर की रही है. पूरे करियर में उनका किसी भी विवाद से कोई नाता नही नही रहा है.
विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दी
डीजीपी के पद पर नियुक्त होने से पहले उन्होंने पुलिस विभाग के विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं. झारखंड राज्य के निर्माण होने के बाद आईपीएस तादाशा मिश्रा झारखंड कैडर में ही रह गईं. कैरियर के शुरुआती दिनों में उन्होंने रांची के सिटी एसपी के रूप में योगदान दे चुकी हैं. वह पूर्व में रांची जैप वन व जैप टू में समादेष्टा के पद पर कार्यरत रहीं. बोकारो और गिरिडीह में एसपी रहीं, डीआइजी कार्मिक के पद को भी संभाला. बाद में आइजी मानवाधिकार, आइजी विशेष शाखा और जोनल आइजी बोकारो भी रहीं। झारखंड की प्रभारी डीजीपी बनने से पूर्व वे गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग में विशेष सचिव का पद संभाल रहीं थीं.
महिलाओं के लिए मिसाल
झारखंड जैसे चुनौतीपूर्ण राज्य में पुलिस बल के सर्वोच्च पद पर पहुंचने वाली पहली महिला अधिकारी बनकर उन्होंने महिला सशक्तीकरण की एक नई मिसाल पेश की है. उन्हें एक सख्त लेकिन निष्पक्ष अधिकारी माना जाता है. कानून-व्यवस्था बनाए रखने और पुलिसिंग में आधुनिक तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देने में उनकी विशेष रुचि रही है