झारखंड विधानसभा चुनाव: दो चरणों में हो सकते हैं चुनाव, चुनाव आयोग ने दी अहम जानकारी

 
भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर संकेत दिया है कि चुनाव दो चरणों में हो सकते हैं। मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार के बयान से इस संभावना को बल मिला है।
रांची में दो दिवसीय दौरे के बाद, चुनावी तैयारियों की समीक्षा करने के बाद राजीव कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अधिकांश राजनीतिक दलों ने एक या दो चरणों में चुनाव कराने का अनुरोध किया है। हालांकि, अंतिम निर्णय तब लिया जाएगा जब चुनाव आयोग की टीम महाराष्ट्र में समीक्षा कर लौटेगी।
चुनाव आयोग ने अपने झारखंड दौरे के दौरान 19 राज्य और केंद्रीय एजेंसियों के साथ महत्वपूर्ण बैठकें कीं। इन एजेंसियों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर विभाग (आईटी), और राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) शामिल थे। ईडी इस समय बांग्लादेशियों की अवैध घुसपैठ और महिलाओं की तस्करी से जुड़े मामलों की जांच कर रहा है, जिससे चुनावी प्रक्रिया को सुरक्षित और निष्पक्ष रखने के प्रयास किए जा रहे हैं।
23 सितंबर को चुनाव आयोग की टीम ने जिलों के निर्वाची पदाधिकारियों, एसएसपी, एसपी, आईजी, और डीआईजी जैसे अधिकारियों के साथ भी बैठक की, जिसमें चुनावी प्रक्रिया की तैयारियों पर चर्चा की गई।
ईडी जैसी एजेंसियों की भागीदारी का उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया में काले धन और अवैध संसाधनों के उपयोग को रोकना है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चुनावों में भ्रष्टाचार पर नजर रखने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इन एजेंसियों की भूमिका महत्वपूर्ण है।
बताते चलें कि इस बार झारखंड में 2.59 करोड़ से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं, जिनमें लगभग 11 लाख नए युवा मतदाता हैं। इसके साथ ही 100 साल से अधिक उम्र के 1,845 से अधिक मतदाता भी इस चुनाव में हिस्सा लेंगे।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने बताया कि चुनावों के लिए 29,562 बूथ बनाए जाएंगे, जिनमें से हर बूथ पर औसतन 872 मतदाता होंगे। महिला और युवा कर्मचारियों के प्रबंधन में 1,271 बूथों का संचालन महिलाओं द्वारा किया जाएगा, जबकि 139 बूथों का प्रबंधन युवा कर्मचारियों को सौंपा जाएगा। 48 बूथ ऐसे होंगे, जहां दिव्यांग कर्मचारियों की तैनाती होगी।