झारखंड विधानसभा चुनाव: दिग्गजों की हार, नए चेहरों की जीत ने बदला सियासी समीकरण

 

झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे चौंकाने वाले रहे। कई बड़े नेता हार का सामना कर बैठे, जबकि नए चेहरे विजयी होकर उभरे। जमशेदपुर के पोटका विधानसभा सीट पर बीजेपी की मीरा मुंडा को जेएमएम प्रत्याशी संजीव सरदार ने हराकर दूसरी बार विधायक बनने का गौरव हासिल किया। इन चुनाव परिणामों ने झारखंड की राजनीति का नया चेहरा पेश किया है, जहां पुराने दिग्गज पीछे छूट गए और जनता ने नए नेतृत्व को आगे बढ़ाया।

पोटका में 'हैवीवेट' नेता का अंत: संजीव सरदार
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा को हराने के बाद संजीव सरदार ने कहा, "पोटका की राजनीति में एक हैवीवेट नेता का अध्याय खत्म हो गया है। जनता ने झारखंड सरकार की योजनाओं पर भरोसा दिखाया और हमें फिर से सेवा का मौका दिया। एक किसान का बेटा ही ग्रामीण जनता के दर्द को समझ सकता है।"

बन्ना गुप्ता की हार पर सरयू राय का हमला
जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा सीट पर एनडीए उम्मीदवार सरयू राय ने कांग्रेस के मंत्री बन्ना गुप्ता को हराया। राय ने इस जीत को क्षेत्र में "आतंक के अंत" से जोड़ा। उन्होंने कहा, "गैरकानूनी अतिक्रमण पर बुलडोजर चलेगा या हथौड़ा, यह समय बताएगा। क्षेत्र की बंद पड़ी सड़कों को फिर से चालू किया जाएगा।"

जनता चाहती थी बदलाव: सरयू राय
सरयू राय ने अपनी जीत को जनता का परिवर्तन का संदेश बताया। उन्होंने कहा, "जमशेदपुर पश्चिम और पूर्वी में मेरे लिए कोई अंतर नहीं है। मैं दोनों क्षेत्रों की समस्याओं का समाधान करूंगा। चुनाव में जनता और मेरे समर्थकों ने पूरी निष्ठा से मेरा साथ दिया।"