झारखंड पुलिस बेड़े में बदलाव की तैयारी, वर्षों पुराने वाहन होंगे बाहर, नई गाड़ियों की खरीद को मंजूरी

 

जहां एक ओर झारखंड सरकार पुलिस तंत्र के आधुनिकीकरण की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर राज्य की कानून-व्यवस्था संभालने में लगे कई पुलिस वाहन 15 वर्षों से भी अधिक पुराने हो चुके हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड पुलिस के पास ऐसे 1196 पुराने वाहन हैं, जिनमें से अक्टूबर 2024 तक सिर्फ 16 ही स्क्रैप किए जा सके हैं।

गृह मंत्रालय ने मांगी थी जानकारी, राज्य सरकार से नहीं मिला पूरा जवाब
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 26 नवंबर 2024 और 6 फरवरी 2025 को झारखंड सरकार को पत्र भेजकर यह जानकारी मांगी थी कि कितने पुराने पुलिस वाहनों को स्क्रैप किया गया है। हालांकि राज्य सरकार की ओर से अब तक संपूर्ण रिपोर्ट नहीं दी गई है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के ‘वाहन पोर्टल’ के अनुसार, राज्य ने अक्टूबर 2024 तक केवल 16 वाहनों को स्क्रैप किया है, जबकि बड़ी संख्या में पुराने वाहन अब भी पुलिस की सेवा में इस्तेमाल हो रहे हैं।

लंबे समय से लंबित इस मुद्दे पर अब कार्रवाई शुरू हो गई है। राज्य सरकार ने पुलिस विभाग के लिए कुल 2952 नए वाहनों की खरीद को स्वीकृति दे दी है। इनमें 1255 महिंद्रा बोलेरो (बीएस-6 मानक) और 1697 टीवीएस अपाचे मोटरसाइकिलें शामिल हैं। यह निर्णय हाल ही में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया, जिसमें योजना एवं विकास विभाग, कार्मिक, वित्त और विकास आयुक्त भी मौजूद थे।

पुराने और खराब वाहनों की नीलामी होगी
सरकार ने झारखंड पुलिस के 2212 अनफिट वाहनों की नीलामी की भी स्वीकृति दी है। इसमें 1079 चार पहिया वाहन और 1133 दो पहिया वाहन शामिल हैं। नीलामी से प्राप्त रकम को राज्य के कोष में जमा किया जाएगा। इससे न केवल पुलिस बेड़े को आधुनिक बनाया जा सकेगा, बल्कि फील्ड ऑपरेशंस की गति और दक्षता में भी सुधार आएगा।