पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के बागी तेवर पर पहली बार बोलीं कल्पना, जानें  

 

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो के प्रमुख नेता चंपाई सोरेन के विद्रोही रुख पर गांडेय विधायक कल्पना मुर्मू ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है। हालांकि, उन्होंने सीधे तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन इशारों में यह स्पष्ट कर दिया कि चंपाई सोरेन की बातों का जवाब देना उचित नहीं समझतीं। उन्होंने कहा, "चंपाई जी वरिष्ठ नेता हैं और उन्होंने जो कहा है, वह उनके मन की बात है, इस पर मैं कुछ नहीं कहना चाहती। मैं झारखंड मुक्ति मोर्चा की सच्ची सिपाही हूं और पार्टी के प्रति हमेशा वफादार रहूंगी। चंपाई जी को भी अपनी बात पार्टी अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष से करनी चाहिए थी।" जब उनसे पूछा गया कि चंपाई सोरेन के पार्टी छोड़ने से झामुमो को कितना नुकसान होगा, तो कल्पना ने इस सवाल को अनदेखा कर दिया और कोई सीधा उत्तर नहीं दिया।

गुरुवार को गिरिडीह के परिसदन भवन में कल्पना सोरेन ने सदर विधायक सुदिव्य कुमार और झामुमो जिलाध्यक्ष संजय सिंह की उपस्थिति में कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। इसके अलावा, कई लोग अपनी समस्याओं को लेकर भी वहां पहुंचे थे, जिनकी बातों को भी कल्पना ने ध्यानपूर्वक सुना। कार्यकर्ताओं से बातचीत करने के बाद वे ताराटांड़ के लिए रवाना हो गईं।

परिसदन भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में कल्पना सोरेन ने आपदा राहत, मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना जैसी विभिन्न योजनाओं के तहत लोगों को राहत चेक भी वितरित किए। इसके अलावा, उन्होंने डीडीसी और उपनगर आयुक्त संग बैठक कर कई महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए।