30 साल बाद फिर कांवड़ उठाएंगे मनोज तिवारी, बोले- नंगे पांव बाबा के दरबार जा रहा हूं
Jharkhand, Deoghar: श्रावण महीने की आस्था और तपस्या से जुड़ी कांवड़ यात्रा इन दिनों अपने चरम पर है। इसी बीच दिल्ली के भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने आज एक भावुक और आस्थापूर्ण कदम उठाया है। वे करीब 30 साल बाद एक बार फिर कांवड़ लेकर बाबा बैद्यनाथ धाम की ओर रवाना हुए हैं।
सुल्तानगंज से जल उठाकर शुरू की पदयात्रा
गुरुवार को दोपहर करीब 2 बजे, मनोज तिवारी ने सुल्तानगंज घाट से गंगा जल उठाया और नंगे पांव देवघर के लिए रवाना हो गए। कुल मिलाकर ये 110 किलोमीटर की पदयात्रा होगी, जो वो पैदल तय करेंगे। उन्होंने खुद इस यात्रा की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा करते हुए लिखा: "30 साल बाद फिर से कांवड़ उठाकर बाबा बैद्यनाथ धाम जा रहा हूं। सुल्तानगंज से जल उठाया है, 2 या 3 अगस्त को बाबा को जल चढ़ाऊंगा।"
बोल बम के नारों से गूंज रही है बाबा नगरी
इस वक्त देवघर पूरी तरह भगवामय हो चुका है। बोल बम, हर हर महादेव और ऊँ नमः शिवाय के नारों से पूरा इलाका गूंज रहा है। हजारों की संख्या में शिव भक्त रोज सुल्तानगंज से जल लेकर देवघर की ओर कूच कर रहे हैं। श्रावणी मेले के दौरान हर सोमवार को तो मानो बाबा नगरी में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ता है। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, हर सोमवारी पर 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालु जलार्पण कर रहे हैं।
भक्ति और भावुकता का संगम
मनोज तिवारी की इस यात्रा को लोग सिर्फ धार्मिक नहीं, एक भावुक वापसी भी मान रहे हैं। भोजपुरी फिल्मों से लेकर राजनीति तक की यात्रा करने वाले मनोज तिवारी का बाबा बैद्यनाथ से जुड़ाव पुराना है, और अब तीन दशक बाद वे उसी श्रद्धा के साथ कांवड़ लेकर लौट रहे हैं।
श्रद्धा की राह लंबी है, लेकिन मनोज तिवारी तैयार हैं
110 किलोमीटर की यह पदयात्रा सिर्फ पैरों की नहीं होती, इसमें मन, शरीर और आस्था तीनों की परीक्षा होती है। लेकिन मनोज तिवारी का संकल्प साफ है “नंगे पांव, खुले दिल और बाबा पर अटूट विश्वास के साथ।” आज जब लाखों कांवरिए बाबा की ओर बढ़ रहे हैं, मनोज तिवारी की वापसी उस कारवां में एक पहचानी हुई आवाज बन गई है जो आस्था और अपनेपन के संग गूंज रही है।