पलामू में माओवादियों का आतंक, विधायक के भाई की गाड़ियों को किया आग के हवाले 

 

पलामू में माओवादियों ने हुसैनाबाद विधायक कमलेश सिंह के भाई विनय कुमार सिंह उर्फ बीनू सिंह की गाड़ियों को आग लगा दी है। जलाई गई गाड़ियों में एक जेसीबी और दो ट्रैक्टर शामिल थे, जो सड़क निर्माण कार्य में लगे हुए थे। ये वाहन सड़क निर्माण के बाद रात में सड़ेया में खड़े किए गए थे। यह घटना बुधवार की देर रात घटी। बीनू सिंह के अभय इंटरप्राइजेज द्वारा हैदरनगर के डंडीला गांव से हुसैनाबाद के सड़ेया तक सड़क बनाई जा रही है, जो दो प्रखंडों को जोड़ने वाली सड़क है। इस क्षेत्र में पहली बार सड़क का निर्माण हो रहा है।

शिलान्यास के बाद शिलापट्ट उखाड़ कर दी थी चेतावनी
माओवादियों ने सड़क के शिलान्यास के बाद शिलापट्ट उखाड़ दिया था। संवेदक बीनू सिंह ने बताया कि माओवादी नितेश यादव के दस्ते ने लगातार काम बंद करने की धमकी दी थी। पिछले साल दिसंबर में काम शुरू होते ही माओवादियों की धमकी के कारण सड़क का काम बंद करना पड़ा। 10 दिसंबर से काम बंद था। काम बंद कराने के लिए माओवादी दस्ते ने दो बार निर्माण कार्य में लगे स्टाफ को साथ लेकर चला गया था, जिससे स्टाफ भी दहशत में थे। विभाग के प्रेशर के बाद तीन दिन पहले फिर से सड़क का निर्माण शुरू किया गया था। डंडीला में पोस्टर लगाए जाने के बाद सड़ेया में किराए के मकान में ऑफिस शुरू किया गया था, जहाँ गाड़ियां खड़ी थीं।

विधायक कमलेश ने डीजीपी को दी थी काम बंद होने की जानकारी
विधायक कमलेश सिंह के भाई बीनू सिंह ने कहा कि माओवादियों की धमकी के बाद स्थानीय पुलिस को दिसंबर में ही जानकारी दी गई थी। फरवरी में एसपी को भी माओवादी गतिविधियों के कारण काम बंद होने की सूचना दी गई थी। विधायक कमलेश सिंह ने डीजीपी को अपने क्षेत्र में माओवादियों द्वारा बंद कराए गए पांच कामों की सूची दी थी। फिर भी सुरक्षा को लेकर पुलिस की सक्रियता नहीं रही।

देर रात पहुंचा माओवादी दस्ता
माओवादियों का दस्ता देर रात सड़ेया गांव पहुंचा और मुंशी को कब्जे में लेकर पिटाई की। फिर वाहनों को आग लगा दी। घटना की जानकारी मिलने के बाद एसडीपीओ मुकेश महतो के नेतृत्व में पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जांच कर रही है। पुलिस द्वारा इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है। संवेदक बीनू सिंह ने कहा कि हरिहरगंज में पुल निर्माण में टीएसपीसी ने लेवी के लिए धमकी दी है, जबकि डंडिला के इलाके में माओवादियों की तरफ से धमकी दी गई थी।