छावनी में तब्दील हुआ मोरहाबादी मैदान, 'युवा जन आक्रोश रैली' रोकने के लिये कंटीले तारों की बाड़ेबंदी 

 

भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा आयोजित 'युवा जन आक्रोश रैली' को रोकने के लिए झारखंड सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। मोरहाबादी मैदान में रैली स्थल की सुरक्षा के लिए कंटीले तारों की बैरिकेडिंग की गई है। इसके साथ ही मोरहाबादी मैदान की 500 मीटर की परिधि में निषेधाज्ञा लगा दी गई है। रांची सदर के एसडीओ उत्कर्ष कुमार ने आदेश देते हुये कहा है कि सीएम आवास घेराव की संभावना को देखते हुए विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने की संभावना है।  हाल के दिनों में जाकिर हुसैन पार्क की जगह ऐसे कार्यक्राम राजभवन मुख्य द्वार और कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास पर भी हो रहे हैं। इसलिए निषेधाज्ञा लगाई गई है। यह आदेश 23 अगस्त को सुबह 11 बजे से रात 11 बजे तक लागू रहेगा। 

इस पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस सरकार की विदाई तय है, और यह रैली जनता के आक्रोश का प्रतीक है। वहीं दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा है कि सरकार डरी हुई है। युवाओं का भविष्य अंधकार में है। हेमंत सोरेन ने सरकार बनने पर पांच लाख युवाओं को नौकरी देने का भरोसा दिया था। अब युवा ठगा महसूस कर रहे हैं। परीक्षाओं में धांधली होती रही है। इसकी सीबीआई जांच नहीं हो रही है। इसके खिलाफ प्रदेश के युवा सड़कों पर उतरे हैं। 

सुरक्षा के कड़े इंतजाम
हेमंत सरकार ने इस रैली को नियंत्रित करने के लिए शहरभर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। रैली स्थल पर कंटीले तार की बाड़ लगाई गई है और भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। बाबूलाल मरांडी ने इसे "जनता की आवाज दबाने का असफल प्रयास" करार दिया। उन्होंने कहा कि जब सरकारें जनता की आकांक्षाओं को नजरअंदाज करती हैं, तो ऐसे कड़े कदम भी उनकी विदाई को नहीं रोक सकते।

बेरोजगारी और वादाखिलाफी पर उठा सवाल
इस रैली का मुख्य उद्देश्य राज्य सरकार द्वारा किए गए वादों को याद दिलाना और बेरोजगारी के मुद्दे को उठाना था। मरांडी ने कहा कि सरकार युवाओं के हितों को दरकिनार कर रही है और झारखंड के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। रैली में हजारों युवा भाग ले रहे हैं, जो हेमंत सरकार की नीतियों से नाराज हैं।

पुलिस प्रशासन सतर्क
शहर के विभिन्न स्थानों पर पुलिस तैनात है, और रैली के दौरान किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए कई जगहों पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। इसके बावजूद, युवाओं का उत्साह कम नहीं हुआ है। विभिन्न जिलों से आए युवा इस रैली में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं, जिससे सरकार के प्रति उनका आक्रोश साफ झलक रहा है।

जनता तय करेगी सरकार की दिशा : बाबूलाल मरांडी 
बाबूलाल मरांडी ने साफ तौर पर कहा कि अब जनता ही सरकार की दिशा तय करेगी। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार ने जनता के भरोसे को तोड़ा है और इसका परिणाम उन्हें आगामी चुनावों में देखने को मिलेगा। रैली को लेकर बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी हेमंत सरकार पर निशाना साधा है, और इसे एक बड़ी राजनीतिक लड़ाई की शुरुआत बताया है।