पलामू कांग्रेस को लेकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो ने किसके लिया कहा- जो अनुशासनहीनता का काम करेगा, उसके खिलाफ डिसिप्लिनरी एक्शन लिया जाएगा
Jharkhand Desk: बिहार विधानसभा चुनाव का असर अब सीमाओं से परे झारखंड तक गूंज रहा है. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे नेताओं के बोल भी बदल रहे हैं. लेकिन इन सबके बीच झारखंड कांग्रेस के अंदर क्या चल रहा है. यह साफ तो नहीं हो रहा लेकिन जिस तरह से कांग्रेसी नेता खुद के कार्यक्रम में भी नदारद दिख रहे हैं उससे इतना तो अनुमान लगाया जा सकता है कि कांग्रेस के भीतर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा. इधर, झारखंड में पलामू क्षेत्र फिलहाल राजनीति का केंद्र बिंदु बना हुआ है.
पलामू में कांग्रेस को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं. कांग्रेस पलामू में पार्टी को मजबूत करने के लिए कई कार्यक्रम भी आयोजित कर रही है लेकिन इन कार्यक्रमों में नेताओं की मौजूदगी को लेकर कई प्रकार की चर्चाएं गर्म हैं.
ताजा मामला पलामू में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की शहादत दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को लेकर है. शहादत दिवस पर जिले में दो कार्यक्रम आयोजित हुए थे. एक कार्यक्रम टाउन हॉल में आयोजित हुआ था जबकि दूसरा कार्यक्रम कांग्रेस के जिला कार्यालय में आयोजित हुआ. वहीं कांग्रेस जिला अध्यक्ष चुनाव के दौरान 6 से अधिक चेहरे सामने आये थे. पहली बार कांग्रेस जिला अध्यक्ष के रूप में किसी महिला का चयन हुआ है और उन्हें कमान सौंपी गई है.
पार्टी में अनुशासनहीनता करने वालों पर होगी कार्रवाई
पलामू कांग्रेस को लेकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने बताया कि आलाकमान ने जिसका मनोनयन किया है, उसे मानना ही होगा. जो चयन हुआ है वह सही हुआ है, सभी को समझना होगा और जो अनुशासनहीनता का काम करेगा, उसके खिलाफ डिसिप्लिनरी एक्शन लिया जाएगा. एक्शन के लिए पूर्व मंत्री सह विधायक रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में कमेटी भी बनाई गई है. अनुशासन समिति सभी तरह की बातों को समझेगी.
विधानसभा चुनाव के दौरान सीट शेयरिंग को लेकर हुआ था विवाद
दरअसल, पलामू में विधानसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन के घटक दलों के बीच विवाद भी हुआ था. पलामू के बिश्रामपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस एवं राष्ट्रीय जनता दल ने अपने-अपने प्रत्याशी खड़े किए थे. बिश्रामपुर से आरजेडी चुनाव जीती थी जबकि छतरपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस चुनाव जीती थी. कई सालों के बाद छतरपुर में कांग्रेस पार्टी का कोई विधायक चुनाव जीता था. दरअसल, लोकसभा चुनाव में अक्सर पलामू सीट आरजेडी के खाते में जाती है. इसलिए कांग्रेस पलामू में खुद को मजबूत करने में लगी हुई है.