रांची : प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों की संवाद क्षमता विकसित करने के लिये #RanchiSpeaks कार्यक्रम की होगी शुरुआत 

 

उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा के निर्देशानुसार रांची जिला के प्राथमिक एवं अपर प्राथमिक कक्षाओं के छात्र-छात्राओं में संवाद क्षमता (Speaking Ability) के विकास हेतु #RanchiSpeaks कार्यक्रम कराने के लिए संकुल एवं विद्यालय स्तर पर सी.आर.पी. विद्यालय के प्रधानाध्यापक / प्रभारी प्रधानाध्यापक, संबंधित प्राथमिक शिक्षक एवं कक्षा 6 से 8 के भाषा शिक्षक इस कार्यक्रम को कराने का निर्देश दिया गया।

जिसमें विभिन्न गुणवता शिक्षा के पारामीटर पर रांची के प्रदर्शन का विश्लेषण कर छात्रों में भाषायी अभिव्यक्ति की कमी को देखते हुए भाषा कौशल के चारो स्तम्भ यथा- Listening (सुनना) Speaking (बोलना) Reading (पढ़ना) एवं Writing (लिखना) पर प्राथमिक कक्षाओ में एक साथ उद्देश्वपूर्वक कार्य करना आवश्यक है। जिसपर उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा के निदेशानुसार रांची जिला के सभी प्राथमिक एव अपर प्राथमिक विद्यालयो के छात्राओं में भाषायी कौशल के संवर्धन हेतु #Ranchi Speaks कार्यक्रम चलाया जाना है। इस कार्यक्रम में उक्त कक्षा के छात्रों को पाक्षिक रूप से एक-एक टॉपिक प्रत्येक माह उपलब्ध कराया जाएगा। टॉपिक छात्रों की कक्षा एवं विषयवस्तु के अनुरूप तय किये जायेंगे। इसमें प्रार्थना सभा, भाषा विषय की कक्षायें, चेतना सत्र के क्रार्यक्रम आदि के समय का उपयोग करते हुए छात्रों को Public Speaking हेतु मंच प्रदान करना है, जिसमें छात्र के दिये गये टॉपिक पर शिक्षक के मदद से विषयवस्तु तैयार कर Public Speaking की प्रस्तुतिकरण देना है। शुरूआत में उन्हें विशेषकर इस कार्यक्रम के आरंभिक दौर में हिन्दी नागपुरी, सादरी, मुंडारी, कुडुख (अन्य किसी भी स्थानीय भाषा/क्षेत्रीय भाषा/जनजातीय भाषा) आदि में अपनी प्रस्तुतिकरण दे सकते हैं। 

बताते चलें कि शिक्षक छात्रों को टॉपिक के अनुसार विषयवस्तु तैयार करने में मदद करेंगे। छात्रों को दिये गये टॉपिक के विषय वस्तु पर गृह कार्य करने तथा घर से अभ्यास करके आने हेतु प्रेरित करेंगे। इसके पश्चात् प्रत्येक छात्र को एकपक्ष (Fortnight) में कम से कम दो बार अपनी प्रस्तुतिकरण हेतु मंच प्रदान करेंगे। छात्रों को झिझक, Stage Fear, उच्चारण संबंधी समस्या, बोलने की शैली, भाव भंगिमा आदि के आधार पर आवश्यक सुधारात्मक सुझाव देंगे। इसमें आवश्यक है कि प्रत्येक छात्र के भाषा/जनजातीय भाषा) आदि में अपनी प्रस्तुतिकरण दे सकते हैं। जिसके लिए शिक्षक छात्रों को टॉपिक के अनुसार विषयवस्तु तैयार करने में मदद करेंगे। छात्रों को दिये गये टॉपिक के विषय वस्तु पर गृह कार्य करने तथा घर से अभ्यास करके आने हेतु प्रेरित करेंगे। इसके पश्चात् प्रत्येक छात्र को एकपक्ष में कम से कम दो बार अपनी प्रस्तुतिकरण हेतु मंच प्रदान करेंगे। छात्रों को झिझक, Stage Fear, उच्चारण संबंधी समस्या, बोलने की शैली, भाव भंगिमा आदि के आधार पर आवश्यक सुधारात्मक सुझाव देंगे। इसमें आवश्यक है कि प्रत्येक छात्र के प्रस्तुतिकरण की एक विडियो मोबाईल के माध्यम से रिकॉर्ड किया जाएगा जो कि उसके प्रदर्शन के विश्लेषण एवं सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी बनेगी। जिला स्तर से इस कार्यक्रम की मॉनिटरिंग स्वंय जिला शिक्षा अधीक्षक रांची, इसके लिए एक व्हाट्सअप ग्रुप भी अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, राँची के नेतृत्व में बनाया जा रहा है, जिसमें जिले के सभी संबंधित विद्यालयों को जोड़ा जायेगा। प्रखण्ड स्तर से सभी निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी, बी.पी.ओ., बी.आर.पी., बी.ई.ई.ओ आदि इसके मॉनिटरिंग के लिए जिम्मेदार होंगे।