रांची : परिवहन व्यवसायियों का विरोध, नई 'नो एंट्री' नियमावली के खिलाफ हड़ताल की चेतावनी

 

राजधानी रांची के परिवहन व्यवसायियों ने नई 'नो एंट्री' नियमावली से उत्पन्न हो रही समस्याओं पर चर्चा करने के लिए बैठक बुलाई। इसमें झारखंड मोटर फेडरेशन, झारखंड मजदूर यूनियन, और लोकल ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रतिनिधि शामिल हुए। व्यवसायियों ने प्रशासन को 4 अगस्त तक का समय दिया है ताकि वे पुरानी समयसारिणी को फिर से लागू कर सकें।

परिवहन व्यवसायियों का कहना है कि नए निर्देशों के कारण उन्हें भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि नए समय के चलते न केवल ऑटो चालकों, बल्कि पूरे लॉजिस्टिक सिस्टम पर असर पड़ रहा है। इस बदलाव से चालक-श्रमिक, सीएनएफ, डिस्ट्रिब्यूटर और परिवहन व्यवसाय से जुड़े अन्य लोग प्रभावित हो रहे हैं, जिससे उनकी रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है। 

बैठक में व्यवसायियों ने चरणबद्ध आंदोलन की योजना बनाई। झारखंड मोटर फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष ललित नारायण ओझा ने कहा कि यदि रविवार तक जिला प्रशासन ने पुरानी समयसारिणी को बहाल नहीं किया, तो राजधानी के 25 हजार घरों में चूल्हा जलना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने गरीबों पर भारी पड़ने वाले कानून के खिलाफ सभी से विरोध करने की अपील की। 

परिवहन व्यवसायियों ने घोषणा की कि वे मानव श्रृंखला बनाकर राजभवन के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे। साथ ही, मुख्यमंत्री और राज्यपाल को पत्र लिखकर पुरानी समयसारिणी की बहाली की मांग करेंगे।