राज्य में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी, बंगाल की खाड़ी से उठा सिस्टम बना कारण
झारखंड में मानसून पूरी रफ्तार में है और राज्य के कई हिस्सों में तेज बारिश ने जनजीवन प्रभावित कर दिया है। मौसम विभाग ने पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिलों में भीषण वर्षा की चेतावनी देते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही रांची सहित अन्य जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट भी घोषित किया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी भाग और पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश के तटीय इलाकों में बना दबाव का क्षेत्र अब तेजी से झारखंड की ओर बढ़ रहा है। पिछले छह घंटों में यह सिस्टम करीब 25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए शुक्रवार सुबह 26 जुलाई को रांची से लगभग 20 किमी उत्तर-पश्चिम और जमशेदपुर से 120 किमी पश्चिमोत्तर क्षेत्र में सक्रिय पाया गया।
अगले 36 घंटों में यह दबाव झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़, पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश और दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर आगे बढ़ सकता है। इसके प्रभाव स्वरूप झारखंड के कई जिलों में व्यापक स्तर पर बारिश होने की संभावना जताई गई है।
तारीखवार चेतावनी का ब्यौरा:
26 जुलाई 2025
- रेड अलर्ट: पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां
- ऑरेंज अलर्ट: रांची, गुमला, खूंटी, सिमडेगा, पश्चिमी व पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला
- येलो अलर्ट: गढ़वा, पलामू, लातेहार, लोहरदगा, देवघर, दुमका, जामताड़ा
27–28 जुलाई 2025
इन दो दिनों में कोई भारी वर्षा की चेतावनी नहीं है, लेकिन तेज हवाएं, बिजली गिरने और गरज-चमक की आशंका को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
29–30 जुलाई 2025
- ऑरेंज अलर्ट: रांची, खूंटी, गुमला, सिमडेगा, पश्चिमी व पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला
- येलो अलर्ट: गढ़वा, पलामू, लातेहार, लोहरदगा, देवघर, दुमका, जामताड़ा
मानसून की स्थिति और बारिश के आँकड़े:
राज्य में इस वर्ष मानसून ने अपनी सामान्य औसत से कहीं अधिक प्रभाव दिखाया है। 1 जून से 25 जुलाई 2025 तक झारखंड में औसतन 676.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो कि सामान्य औसत 444.3 मिमी से 52 प्रतिशत अधिक है। इस अवधि में पूर्वी सिंहभूम सबसे आगे रहा जहाँ 1057.3 मिमी बारिश हुई। इसके अलावा रांची (927.8 मिमी), सरायकेला (901.2 मिमी), सिमडेगा (813.9 मिमी) जैसे जिलों में भी अच्छी वर्षा रिकॉर्ड की गई।
हालांकि, देवघर, गोड्डा और पाकुड़ ऐसे जिले हैं जहां अब तक सामान्य से कम वर्षा दर्ज की गई है।
पिछले 24 घंटे का आंकलन:
गुरुवार को सबसे ज्यादा वर्षा सिमडेगा के बानो में 45.5 मिमी मापी गई। इसके अतिरिक्त हजारीबाग में 27.5 मिमी, खूंटी में 13.5 मिमी और सरायकेला में 19 मिमी वर्षा दर्ज की गई। वहीं, राज्य का सबसे अधिक तापमान गोड्डा में 33.3 डिग्री सेल्सियस रहा।