झारखंड को लूटने के लिये सत्ता का भूखा है सोरेन परिवार : शिवराज सिंह चौहान 

 

भाजपा प्रदेश चुनाव प्रभारी सह केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज रामगढ़ जिले में आयोजित पार्टी की बैठक को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि झारखंड की इस पवित्र धरा पर आने का अवसर मिला। आज मैं रामगढ़ में हूं, मां छिन्नमस्तिका के चरणों में प्रणाम करता हूं। जो हालात मैंने यहां देखें हैं, जो कार्यकर्ताओं ने मुझे बताया है, पूरा झारखंड बेहाल है। ऐसी लूट, बालू की लूट, खनिज की लूट, संसाधनों की लूट, सरकारी योजनाओं में लूट, जिसे देखकर मन तकलीफ से भर जाता है। ये गठबंधन की सरकार झारखंड को तबाह और बर्बाद कर रही है।

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि ये ऐसी सरकार है, जिसने एक भी वादा नहीं निभाया। बेरोजगारों को नौकरी का आता-पता नहीं, पेपर लीक में उनका भविष्य तबाह कर दिया है। बेरोजगारी भत्ता दिया नहीं, लोगों को 6 महीने से पेंशन नहीं मिली। योजनाओं की घोषणा होती है लेकिन लाभ नहीं। किसान परेशान है, उसे बिजली नहीं मिल रही, मुश्किल से 6- 7 घंटे बिजली आती है और जैसी घुसपैठ झारखंड की पवित्र धरती पर हो रही है उसके कारण झारखंड का भविष्य इस सरकार ने अंधकारमय कर दिया है। इसलिए भारतीय जनता पार्टी इस कुशासन का अंत करेगी और सुशासन फिर से झारखंड में स्थापित करेगी।

आगे उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ता उत्साह से भरे हुए हैं। हमने 14 में से 9 सीटें जीती हैं। 52 सीटों पर हम आगे हैं। जो हालात झारखंड की इस सरकार ने की है और जनता अराजकता के जैसे राज में जी रही है अब मन बना चुकी है कि, झारखंड से गठबंधन को उखाड़ कर फेंकना है और भारतीय जनता पार्टी को लाना है। 

साथ ही उन्होंने कहा कि चंपई सोरेन जी का दोष क्या था, कोई यह तो बता दे। उनको पहले बनाया और फिर ऐसे हटा दिया एक आदिवासी नेता, जिसको आपने बनाया उसे कुछ दिन सहन कर लेते, लेकिन सत्ता की भूख ऐसी है कि, एक परिवार के अलावा कोई दूसरा ना आ जाए। यह चंपई जी का अपमान है। 

उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी, यहां एनडीए गठबंधन के साथ लोकसभा के चुनाव में काम कर रहा था और आगे भी हम लोग सब चीजों पर विचार विमर्श करके साथ आगे बढ़ेंगे। 

इसके अलावा उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता ही मेहनत करता है। यह भारतीय जनता पार्टी नेताओं की नहीं कार्यकर्ताओं की पार्टी है, भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा अगर पार्टी की आत्मा है तो कार्यकर्ता प्राण है। इसलिए कार्यकर्ताओं के घर जाना उनसे भाई, मित्र की तरह मिलना उन्हें सम्मानित करना यह हमारा स्वभाव और संस्कार है। इसलिए हम हर जगह अपने कार्यकर्ता, जिन्होंने भरपूर परिश्रम किया है और पार्टी को जिताया है उनका सम्मान कर रहे हैं।