फर्जी आधार कार्ड बनाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई, जांच के लिए 8 टीम का गठन
Jharkhand Desk: जिले के सदर प्रखंड के ग्रामीण इलाकों में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह पर शिकंजा कसने की प्रशासनिक कवायद तेज हो गयी है. डीसी मनीष कुमार के निर्देश पर अनुमंडल पदाधिकारी साइमन मरांडी ने जिले के सभी 6 प्रखंडों में फर्जी आधार बनाने वाले गिरोह पर शिकंजा कसने और उन्हें कानून के दायरे में लाने के लिए आठ टीमों का गठन किया है. गठित टीमों में संबंधित थानों के थानेदार के अलावा सीओ, बीडीओ और यूआईडी के डीपीओ को भी शामिल किया गया है.
फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले नेटवर्क को पकड़ने के लिए जिले के छह प्रखंडों में 8 विशेष जांच टीमों का गठन किया गया है. इन टीमों में प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO), अंचल अधिकारी (CO), थाना प्रभारी और यूआईडी के जिला पदाधिकारी (DPO) को शामिल किया गया है.
सख्त कार्रवाई के निर्देश
एसडीओ साइमन मरांडी ने टीमों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि फर्जी आधार बनाने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। छापेमारी के दौरान जिन लोगों पर आरोप हैं, वे अपनी दुकानों को बंद कर फरार हो चुके हैं.
शिकायत से खुला मामला
यह मामला तब सामने आया जब शिकायतकर्ता तनवीर आलम ने फर्जी आधार बनवाने की शिकायत डीसी मनीष कुमार से की थी. डीसी ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसपी, एसडीओ और यूआईडी सेल को जांच का निर्देश दिया था.
हालांकि, शुरुआती जांच में पंचायत सचिवों की लापरवाही सामने आई. सदर बीडीओ समीर अल्फ्रेड मुर्मू ने सभी पंचायत सचिवों को 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने को कहा था, लेकिन किसी ने समय पर जांच रिपोर्ट नहीं सौंपी. एसडीओ, बीडीओ, पुलिस और UID सेल की टीमों ने कई जगह छापेमारी की, मगर आरोपी मौके से गायब मिले. डीसी के निर्देश पर अब सिर्फ सदर प्रखंड नहीं, बल्कि पूरे जिले में जांच अभियान चलाया जाएगा. सभी टीमों को फर्जी आधार कार्ड बनाने वालों को पकड़ने, दस्तावेजों की जांच करने और पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.