भक्ति, अनुशासन और परंपरा का ऐसा संगम...56 कैदी कर रहे छठ महापर्व, भक्तिमय हुआ जेल

Jharkhand Desk: नहाय खाय के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत हो चुकी है. झारखंड के विभिन्न जेलों में इन दिनों आस्था और भक्ति का माहौल है. कारागार की दीवारों के भीतर भी छठी मैया के गीत गूंज रहे हैं. राज्य भर में कुल 56 बंदी इस साल महापर्व छठ का व्रत कर रहे हैं. इनमें 25 महिला और 31 पुरुष कैदी शामिल हैं.
 

Jharkhand Desk: नहाय खाय के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत हो चुकी है. झारखंड के विभिन्न जेलों में इन दिनों आस्था और भक्ति का माहौल है. कारागार की दीवारों के भीतर भी छठी मैया के गीत गूंज रहे हैं. राज्य भर में कुल 56 बंदी इस साल महापर्व छठ का व्रत कर रहे हैं. इनमें 25 महिला और 31 पुरुष कैदी शामिल हैं. सबसे अधिक व्रती बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, रांची में हैं। जहां 8 पुरुष और 8 महिला कैदी छठ का व्रत कर रहे हैं. इन कैदियों ने जेल परिसर में ही भगवान सूर्य और छठी मैया की पूजा-अर्चना के लिए विशेष स्थान तैयार किया है. जिला प्रशासन के साथ-साथ शहर और गांवों में बनी समितियां इस काम में जुटी हैं कि किसी भी हाल में छठव्रतियों को किसी तरह की परेशानी ना हो. हर साल की तरह इस साल भी बंदियों के लिए जेलों में छठ पर्व मनाने की व्यवस्था की गई है.

झारखंड की जेलों में महापर्व छठ की छटा फैली हुई है. पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है. प्रदेश के अलग-अलग जेलों में महिलाओं से ज्यादा पुरुष बंदी व्रत कर रहे हैं. जेल प्रबंधन की ओर से पूजा करने वाले बंदियों को तमाम सुविधाएं मुहैयां कराई जा रही है. झारखंड कारा विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य की जेलों में कुल 25 महिला और 31 पुरुष बंदियों ने छठ का व्रत रखा है.

भक्तिमय हुआ जेल का माहौल

रांची स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में सबसे ज्यादा 08 महिला और 08 पुरुष बंदी आराधना में लीन हैं. इनके लिए हर तरह की पूजन सामग्री उपलब्ध करा दी गई है. साथ ही अर्घ्य देने की भी व्यवस्था की गई है. इसके अलावा केंद्रीय कारा दुमका में 02 महिलाएं, लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा हजारीबाग में 05 महिला और 07 पुरूष, केंद्रीय कारा पलामू में 04 महिला और 06 पुरुष बंदी छठी मैया की पूजा कर रहे हैं.

इसके अलावा बोकारो मंडल कारा में एक महिला, चतरा मंडल कारा में 02 पुरुष, धनबाद मंडल कारा में 04 महिला और 06 पुरुष, गिरिडीह मंडल कारा में 01 पुरुष और पाकुड़ मंडल कारा में एक महिला बंदी व्रत कर रहे हैं. ऐसे सभी जेलों के जेल अधीक्षकों ने छठव्रती बंदियों के लिए हर तरह की व्यवस्था सुनिश्चित की है. जेलों का माहौल भक्तिमय हो गया है.