नवरात्र में शुरू हो जाएगा ट्रांसपोर्ट नगर, मुख्यमंत्री ने अक्तूबर तक काम पूरा करने का निर्देश दिया 

 
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कांके के दुबलिया में निर्माणाधीन ट्रांसपोर्ट नगर को नवरात्र के पहले सप्ताह तक हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिया है। इस निर्देश के बाद, नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने मंगलवार को साइट का निरीक्षण किया और जुडको के अधिकारियों और काम कर रही एजेंसी केएमवी को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। सचिव ने यह भी कहा कि ट्रांसपोर्ट नगर के रखरखाव और संचालन की नीति जल्द से जल्द तैयार की जाए, ताकि उद्घाटन के तुरंत बाद वहां बड़े, मध्यम और छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू हो सके।
पार्किंग और बुनियादी ढांचे का निर्माण लगभग पूरा
निरीक्षण के दौरान सचिव को बताया गया कि ट्रांसपोर्ट नगर में एकीकृत भवन और दो वेयर हाउस का निर्माण पूरा हो चुका है। तीन मंजिला पार्किंग प्लेटफॉर्म तैयार है, जिसमें बड़े और छोटे वाहनों के लिए अलग-अलग स्थान दिए गए हैं। इस इको-फ्रेंडली प्रोजेक्ट में गेवियन वाल बनाई जा रही है, जिसमें सीमेंट का उपयोग नहीं किया गया है। बाहर से आने वाले वाहनों के माल को रखने के लिए दो स्तर वाले वेयर हाउस तैयार किए गए हैं, जिनमें लेवल एक 6176 वर्ग मीटर और लेवल दो 3900 वर्ग मीटर का है।
आधुनिक सुविधाएं और बुनियादी ढांचा
ट्रांसपोर्ट नगर में जी प्लस 3 एकीकृत भवन में 16 ऑफिस, ड्राइवर और खलासी के लिए 180 बेड की डोरमेट्री, और 150 लोगों की क्षमता वाला फूड कोर्ट होगा। इसके अलावा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, दो वे ब्रिज, सर्विस स्टेशन, प्रवेश द्वार, सीसीटीवी, वाई-फाई, लैंडस्केपिंग और मनोरंजन के लिए स्थान की भी व्यवस्था की जा रही है।
112 करोड़ की लागत से बन रहा ट्रांसपोर्ट नगर
कांके के सुकरहुटू रिंग रोड के पास दुबलिया में 112 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह ट्रांसपोर्ट नगर शहर को ट्रैफिक जाम और प्रदूषण से राहत देगा। पहले चरण में यहां 424 बड़े और छोटे वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होगी। तीन अलग-अलग स्तरों पर वाहनों के लिए पार्किंग स्पेस तैयार किया गया है, जिसमें लेवल एक पर 93 एक्स्ट्रा लार्ज, 11 लार्ज टेलर, और 27 छोटे वाहनों की पार्किंग की सुविधा होगी। लेवल दो पर 179 लार्ज और 50 छोटे वाहन खड़े हो सकेंगे, जबकि लेवल तीन पर 64 छोटे वाहनों की पार्किंग का प्रावधान किया गया है।
यह ट्रांसपोर्ट नगर बड़े वाहनों को शहर में प्रवेश किए बिना माल ढुलाई की सुविधा प्रदान करेगा, जिससे शहर की यातायात व्यवस्था सुचारू होगी और लोग ट्रैफिक जाम व प्रदूषण से राहत महसूस करेंगे।