मंत्री इरफ़ान अंसारी ने विधायक सीपी सिंह को दी चेतावनी, जानें क्या है पूरा मामला 

 
मंत्री इरफ़ान अंसारी ने विधायक सीपी सिंह को दी चेतावनी, जानें क्या है पूरा मामला

झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान भाजपा विधायक सीपी सिंह की टिप्पणियों से आहत स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने अब खुलकर विरोध जताया है। उन्होंने सीपी सिंह पर अपमानजनक भाषा के इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह के शब्द उनके खिलाफ बोले जा रहे हैं, वे अस्वीकार्य हैं। मंत्री इरफान अंसारी ने विधानसभा परिसर में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि सीपी सिंह लगातार उनके खिलाफ अनुचित भाषा का उपयोग कर रहे हैं, जो न केवल उनकी गरिमा के खिलाफ है बल्कि संसदीय मर्यादा के भी विपरीत है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए थे, लेकिन सीपी सिंह का रवैया दुर्भावनापूर्ण रहा। उन्होंने डीजीपी को ‘बेशर्म’ कहकर उनकी प्रतिष्ठा पर सवाल उठाया, जो निंदनीय है।

"मानसिक संतुलन खो चुके हैं सीपी सिंह"
इरफान अंसारी ने सीपी सिंह पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि उनकी भाषा से स्पष्ट होता है कि वे मानसिक रूप से असंतुलित हो चुके हैं। उन्होंने कहा, "कानून-व्यवस्था पर चर्चा की जा सकती है, लेकिन पद पर बैठे अधिकारियों का अपमान करना गलत है। डीजीपी एक ईमानदार और काबिल अधिकारी हैं।"

मंत्री ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, "संभल जाइए, यह भाजपा की सरकार नहीं है, यह हमारी सरकार है। अगर सम्मान देंगे तो सम्मान मिलेगा। लेकिन अगर इसी तरह अपशब्दों का प्रयोग किया गया, तो उसका करारा जवाब मिलेगा।" उन्होंने यह भी कहा कि सीपी सिंह को डीजीपी से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।

"मुझे लगातार निशाना बनाया जा रहा है"
इरफान अंसारी ने भाजपा विधायक पर व्यक्तिगत हमला करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "मैं अल्पसंख्यक हूं, शायद इसीलिए सीपी सिंह मुझे लगातार अपमानित करने की कोशिश करते हैं। मेरी 18% आबादी का समर्थन है, जिसके बल पर मैं चुनाव जीता हूं। मैं मुस्लिम दलित हूं, लेकिन मेरे आत्मसम्मान से कोई समझौता नहीं होगा।"

अंत में उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि भाजपा विधायक को अपनी भाषा पर नियंत्रण रखना चाहिए और डीजीपी के खिलाफ की गई टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।