झारखंड में ठंड का ऐसा प्रकोप की Visibility Zero, सर्द हवाओं के कारण पूरे झारखंड में बढ़ेगी शीतलहर, गुमला का तापमान 5 से गिरकर पहुंचा 3.9°C पर, Alert जारी
Jharkhand Weather Update: झारखंड में कड़ाके की ठंड को लेकर मौसम विभाग का कहना है कि कुहासा छटने के बाद उत्तर से आने वाली सर्द हवाओं का पूरा रुख झारखंड की ओर है, जो शीतलहर का कारण बनेगी. शीतलहर से प्रभावित होने वाले जिलों में तापमान में दो से तीन डिग्री तक गिरावट आ सकती है. ये स्थिति 27 दिसंबर तक बने रहने की संभावना ह. राज्य के 9 जिलों में तापमान पहले ही 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे जा चुका है, जिससे कनकनी काफी बढ़ गई है.
जिस वजह से अभी पूरा झारखंड हाड़ कंपाने वाली ठंड की दौर से गुजर रहा है. कड़ाके की यह 27 तारीख तक बनी रहेगी. पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक ठंड गुमला में देखा गया है. यहां पर न्यूनतम तापमान 3.9 डिग्री दर्ज किया गया है. लगभग सारे जिलों का न्यूनतम तापमान सिंगल डिजिट पहुंच गया है. वहीं, आज पलामू और खूंटी जैसे जिलों में 4 डिग्री तक न्यूनतम तापमान रहने की संभावना है. रांची मौसम विभाग ने इसके लिए कड़ाके की ठंड का अलर्ट जारी किया है.
पछुआ हवा बढ़ा रही है कंकनी
रांची मौसम केंद्र के मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि उत्तर पश्चिम से आ रही हवा. साथ ही, लद्दाख में और हिमालय एरिया में बर्फबारी होने की वजह से यहां पर अधिक ठंड देखी जा रही है. फिलहाल यहां बर्फबारी जारी है. इसलिए यहां भी शीतलहर और घना कोहर देखने को मिल रहा है. यह दौर फिलहाल 27 तारीख तक चलता रहेगा. इस दौरान लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता है.
मौसम विभाग ने गढ़वा, पलामू, लातेहार, लोहरदगा, गुमला, चतरा, हजारीबाग, रामगढ़, कोडरमा, रांची, खूंटी और बोकारो के लिए विशेष चेतावनी जारी की है. इन इलाकों में गुरुवार सुबह से शनिवार तक कड़ाके की ठंड का प्रभाव रहेगा। बोकारो और सिमडेगा जैसे जिलों में भी पारा तेजी से लुढ़क रहा है.
ताजा आंकड़ों के अनुसार, गुमला 3.9 डिग्री सेल्सियस के साथ राज्य का सबसे ठंडा जिला रहा. डालटनगंज में 6.1 डिग्री और हजारीबाग में 7.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया. राजधानी रांची में न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि जमशेदपुर 12.6 डिग्री के साथ तुलनात्मक रूप से थोड़ा बेहतर स्थिति में रहा.
मौसम केंद्र के उप निदेशक अभिषेक आनंद ने बताया कि सुबह के समय घने कोहरे के कारण दृश्यता (Visibility) काफी कम रह सकती है. उन्होंने वाहन चालकों को यात्रा के दौरान विशेष सावधानी बरतने और ठंड से बचाव के पुख्ता इंतजाम करने की सलाह दी है. 27 दिसंबर के बाद ही तापमान में स्थिरता आने की उम्मीद है.