14 नवंबर को जब चुनाव परिणाम आएंगे, तब इनके दावे की पोल खुलेगी...जेएमएम को आखिर किस बात का है डर-BJP

Jharkhand Desk: उन्होंने कहा कि पावर के अहंकार के बल पर जनता को चिढ़ाने का काम करना उचित नहीं है. इसके बावजूद घाटशिला की जनता ने इनका जवाब देने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है. 14 नवंबर को जब चुनाव परिणाम आएंगे, तब इनके दावे की पोल खुलेगी.
 

Jharkhand Desk: झारखंड के घाटशिला में 11 नवंबर को उपचुनाव है. घाटशिला विधानसभा उपचुनाव में अभी से जीत के दावे शुरू हो गये हैं. भाजपा भी जीत सुनिश्चित करने में लग गई है और JMM भी इस रेस में पीछे नहीं हटना चाह रही. घाटशिला उपचुनाव को लेकर प्रदेश भाजपा ने सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा पर बड़ा आरोप लगाया है. पार्टी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष आदित्य साहू ने इस चुनाव में सत्तारूढ़ जेएमएम पर धन बल के जरिए चुनाव जीतने का प्रयास करने का आरोप लगाया है.

अहंकार में जनता को चिढ़ाना उचित नहींः आदित्य साहू

घाटशिला जाने से पहले भाजपा प्रदेश कार्यालय में मीडिया से बातचीत में कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष आदित्य साहू ने कहा कि रावण जैसे व्यक्ति का अहंकार चूर-चूर हो गया जो धनवान भी था, बलवान भी और बुद्धिमान भी था. उन्होंने कहा कि जिस तरह से घाटशिला में मंत्रियों का काफिला और कार्यालय में बड़ी-बड़ी गाड़ियों के साथ थैली लेकर लोग बैठे हैं उससे साफ जाहिर होता है कि आखिर उनकी मंशा क्या है.

उन्होंने कहा कि पावर के अहंकार के बल पर जनता को चिढ़ाने का काम करना उचित नहीं है. इसके बावजूद घाटशिला की जनता ने इनका जवाब देने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है. 14 नवंबर को जब चुनाव परिणाम आएंगे, तब इनके दावे की पोल खुलेगी.

भाजपा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष आदित्य साहू ने झारखंड मुक्ति मोर्चा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि घाटशिला के चुनाव में जिस तरह से माहौल बनाया जा रहा है उससे लगता है कि उन्हें अभी से डर लगने लगा है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर उन्हें किस बात का डर है. अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन भी वहां कैंप करने वाले हैं.

उन्होंने कहा कि नॉमिनेशन के दिन हम लोगों ने देखा कि सरकार के द्वारा जेएमएम प्रत्याशी के नामांकन के लिए समर्थकों को लाने के लिए गाड़ियों के इंतजाम किए गए थे इसके बावजूद लोग नहीं आए और बीजेपी प्रत्याशी के नामांकन में खचाखच भीड़ थी. इस वजह से मुख्यमंत्री बौखलाहट में आ गए थे और अनरगल बयानबाजी करने लगे थे. इसलिए यह लोग घबराए हुए हैं, डरे हुए हैं और बौखलाहट में अनर्गल बयानबाजी करने लगे हैं. बड़ी-बड़ी बातें करने वाले लोगों को जनता समझती है और यही वजह है कि घाटशिला में इन्हें सबक सिखाने का काम करने जा रही है.