4 बीमा पॉलिसी और 3 करोड़ रुपये: कलयुगी बेटा ने तीन करोड़ की बिमा राशि के लिए पिता को किया सांप के हवाले

Chennai: "बेटों ने अपने पिता के नाम पर तीन करोड़ रुपये से अधिक की बीमा राशि प्राप्त करने के लिए ऐसा क़दम उठाया." तमिलनाडु के तिरुवल्लुर ज़िले के तिरुत्तानी तालुका से क़रीब 20 किलोमीटर दूर पोथत्तुरपेट्टई गांव है. 22 अक्तूबर को इस गांव में सांप के काटने से 56 वर्षीय गणेशन की मौत हो गई थी...
 

Chennai: पुलिस ने 19 दिसंबर को चेन्नई के पास बीमा राशि वसूलने के लिए एक शख़्स की गर्दन पर सांप से कटवाकर उनकी हत्या करने के आरोप में छह लोगों को गिरफ़्तार किया. गिरफ़्तार किए गए छह लोगों में से दो मृतक के बेटे हैं. तिरुवल्लुर ज़िले के एसपी विवेकानंद शुक्ला ने कहा कि मामले की सच्चाई तब सामने आई जब बीमा कंपनी को मृतक की मौत पर संदेह हुआ.

उन्होंने कहा, "बेटों ने अपने पिता के नाम पर तीन करोड़ रुपये से अधिक की बीमा राशि प्राप्त करने के लिए ऐसा क़दम उठाया." तमिलनाडु के तिरुवल्लुर ज़िले के तिरुत्तानी तालुका से क़रीब 20 किलोमीटर दूर पोथत्तुरपेट्टई गांव है. 22 अक्तूबर को इस गांव में सांप के काटने से 56 वर्षीय गणेशन की मौत हो गई थी.

'4 बीमा पॉलिसी और 3 करोड़ रुपये'

इमेज कैप्शन,तिरुवल्लुर ज़िले के एसपी विवेकानन्द शुक्ला का कहना है कि मृतक गणेशन और उनके परिवार ने 11 बीमा पॉलिसी ​​ले रखी थीं. तिरुवल्लुर ज़िले के एसपी विवेकानंद शुक्ला ने बताया कि गणेशन के बेटों से मिली जानकारी के आधार पर पोथत्तुरपेट्टई पुलिस स्टेशन में अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया गया. मृतक गणेशन पोथत्तुरपेट्टई स्थित सरकारी गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में लैब असिस्टेंट के रूप में कार्यरत थे.

प्रारंभिक जांच में पुलिस ने एक प्रेस रिलीज़ में कहा कि यह घटना सांप के काटने से हुई अप्राकृतिक मौत का मामला प्रतीत होता है. गणेशन की मौत के कुछ ही दिनों बाद उनकी पत्नी सुमति और बेटों ने बीमा पॉलिसी से राशि प्राप्त करने के लिए निजी बीमा कंपनियों के पास दावा दाख़िल किया. तिरुवल्लुर ज़िले के एसपी विवेकानंद शुक्ला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मृतक गणेशन और उनके परिवार ने 11 बीमा पॉलिसी ​​ले रखी थीं. इनमें से चार पॉलिसी ​​गणेशन के नाम पर थीं."

ज़िला एसपी ने बताया कि गणेशन ने टर्म इंश्योरेंस समेत 3 करोड़ रुपये से ज़्यादा का बीमा कराया हुआ था. उन्होंने कहा, "बीमा कंपनी ने उत्तरी ज़ोन की आईजी आसरा गर्ग से शिकायत की कि मौत रहस्यमय है." मामले की विस्तृत जांच के लिए ज़िला एसपी ने 6 दिसंबर को गुम्मिडिपंडी डीएसपी जयश्री के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. ज़िला पुलिस ने कहा कि समिति की जांच से पता चला कि गणेशन के परिवार ने बड़े क़र्ज़ लिए थे और बड़ी रक़म की बीमा पॉलिसी ख़रीदी थीं.

एसपी विवेकानंद शुक्ला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "इस बात की जांच चल रही है कि एक साधारण सरकारी कर्मचारी ने इतने करोड़ रुपये की बीमा पॉलिसी ​​कैसे ख़रीदीं." ज़िला पुलिस ने एक बयान में यह भी कहा, "परिवार की आय के स्रोतों की तुलना में क़र्ज़ की राशि और बीमा पॉलिसी की उच्च लागत ने मौत के वास्तविक कारण के बारे में गंभीर संदेह पैदा किया."

गुम्मिडिपंडी डीएसपी जयश्री ने बीबीसी तमिल को बताया, "बीमा कंपनियां आमतौर पर पैसा देने से पहले जांच करती हैं. इसीलिए मौत को लेकर संदेह हुआ." 19 दिसंबर को पत्रकारों से बात करते हुए ज़िला एसपी विवेकानंद शुक्ला ने कहा, "विशेष ख़ुफ़िया टीम पिछले कुछ हफ्तों से लगातार जांच कर रही थी और उन्होंने गणेशन परिवार के वित्तीय लेनदेन और बीमा से संबंधित सभी जानकारी एकत्र की."

'दो चौंकाने वाली घटनाएं'

पुलिस का दावा है कि गणेशन के बेटों मोहनराज और हरिकरण ने बीमा राशि हासिल करने के उद्देश्य से अपने पिता की हत्या की साज़िश रची थी. पुलिस ने एक बयान में कहा, "इस मामले के तहत बालाजी, प्रशांत, दिनकरन और नवीन कुमार से संपर्क किया गया. उन्होंने पिता की हत्या करने के लिए एक सांप का इंतज़ाम किया और ऐसा दिखाया जैसे उन्हें ग़लती से सांप ने काट लिया हो."

ज़िला पुलिस ने बताया कि गणेशन के बेटों ने उनकी हत्या के लिए दो घटनाओं को अंजाम दिया. पुलिस ने कहा, "उनकी मृत्यु से एक सप्ताह पहले गणेशन के लड़कों ने दिनकरन नाम के एक व्यक्ति से एक कोबरा सांप ख़रीदा था. उन्होंने उसी सांप से गणेशन के पैर में कटवाया."

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, पहली बार में सांप के काटने से गणेशन की मृत्यु नहीं हुई. लेकिन 22 अक्तूबर की सुबह घर में एक रैटलस्नैक लाया गया और जब गणेशन सो रहे थे, तब उसने उनकी गर्दन पर काट लिया. ज़िला एसपी विवेकानंद शुक्ला ने बताया, "छह अभियुक्तों में से एक को सांपों को संभालना आता था. गणेशन को काटने वाला सांप लगभग तीन फीट लंबा था. उसने मौके़ पर ही सांप को मार दिया."

पुलिस ने कहा, "जांच से पता चला है कि मरीज़ को अस्पताल ले जाने में अनावश्यक देरी हुई. यह इस बात का महत्वपूर्ण सबूत है कि यह एक सोची-समझी साज़िश थी." गणेशन के चचेरे भाई गणपति ने कहा, "जब पहली बार सांप ने काटा, तो उनके पैर में घाव हो गया. इसी वजह से उनका इलाज कराना पड़ा. वह ठीक से खाना भी नहीं खा पा रहे थे."

उन्होंने बीबीसी तमिल को बताया कि वह और गणेशन भाई थे. उन्होंने कहा, "घटना के समय गणेशन घर में ज़मीन पर सो रहे थे. उन्हें तिरुत्तानी सरकारी अस्पताल ले जाया गया और बताया गया कि उनकी गर्दन पर सांप ने काट लिया है." उन्होंने कहा, "अस्पताल में जांच करने वाले डॉक्टरों ने बताया कि उनकी मौत सांप के काटने से हुई है. वहां पोस्टमार्टम भी किया गया."

रिश्तेदार क्या कह रहे हैं?

गणपति बताते हैं कि गणेशन ने 2018 में अपने पिता से ज़मीन ख़रीदी और वहां दो मंज़िला घर बनाया. उन्होंने कहा, "दोनों बेटों में से एक चेन्नई की एक कंपनी में काम करता था और दूसरा बेटा मैकेनिक के रूप में काम करता था."

गणपति ने बताया कि उन्होंने कुछ साल पहले अपने दोनों बेटों की शादी कर दी थी. उन्होंने कहा, "दोनों के बच्चे हैं. गांव में उनका कभी कोई झगड़ा नहीं हुआ. हमें बिल्कुल भी अंदाज़ा नहीं था कि उन पर इतना क़र्ज़ है." गणपति ने यह भी कहा कि उन्हें सारी जानकारी तब मिली जब पोथत्तुरपेट्टई में पुलिस ने 19 दिसंबर की सुबह दोनों बेटों को गिरफ्तार किया. गणेशन की मौत के मामले में कुल छह लोगों हरिहरन, मोहनराज, प्रशांत, नवीनकुमार, बालाजी और दिनकरन को गिरफ़्तार किया गया है.

ज़िला पुलिस ने बताया, "जांच जारी है और अधिक सबूत जुटाए जा रहे हैं." पुलिस की प्रेस रिलीज़ के मुताबिक़, "यह घटना जो शुरू में सांप के काटने से हुई मौत लग रही थी, एसआईटी की जांच के माध्यम से सामने आई है." पुलिस ने यह भी कहा कि गणेशन की हत्या पैसों के लालच में रची गई एक आपराधिक साज़िश के तहत की गई थी. डीएसपी जयश्री ने बीबीसी तमिल को बताया, "यह मामला उनके लिए चुनौतीपूर्ण है और इस मामले में किसी और की संलिप्तता का पता लगाने के लिए जांच जारी है."