क्षमा बिंदु ने किया भारत का पहला एकल विवाह, काफी विरोध का उसे करना पड़ा सामना 
 

 

गुजरात के वडोदरा की रहने वाली लड़की क्षमा बिंदु ने आखिरकार दुल्हन बन कर खुद से शादी करने का सपना पूरा कर ही लिया। क्षमा ने बुधवार को खुद से अपनी मांग में सिंदूर भर के विवाह के सारे रीती रिवाजों को संपन्न किया. खबर मिली थी कि क्षमा 11 जून को शादी करने वाली थी, लेकिन इस अनोखी शादी में कोई विवाद न हो, इसलिए उन्होंने तय तारीख से 3 दिन पहले ही खुद से शादी कर ली.

बता दें कि क्षमा बिंदु के एकल विवाह यानि की खुद से शादी करने के वादे के बाद से कई तरह के विवाद उठने लगे थे. लोगों का कहना था कि हिंदू धर्म में इस तरह के विवाह का प्रावधान नहीं है। क्षमा मंदिर में शादी करने वाली थी लेकिन उन्हें वडोदरा की पूर्व डिप्टी मेयर सुनीता शुक्ला ने मंदिर में एकल विवाह न करने की चेतावनी दी थी. सुनीता शुक्ला का कहना था कि क्षमा मंदिर में इस तरह के विवाह नहीं कर सकती हैं. पूर्व डिप्टी मेयर ने ये भी कहा था कि भारतीय विवाह  पद्धति में ऐसे विवाह को मान्यता नहीं है. यह एक विदेशी वेब सीरिज से प्रेरित कदम है. शुक्ला का कहना है कि एकल शादियों का चलन बढ़ने से हिंदुओं की आबादी कम होगी.

वहीं बात करें क्षमा की तो गुजरात की क्षमा बिंदु ने बुधवार को वडोदरा के गोत्री में स्थित अपने घर में रीति रिवाजों के साथ खुद से शादी की। इस शादी में न तो कोई दूल्हा था और न ही कोई पंडित. लेकिन उनकी शादी में उनके रिश्तेदार और उनकी सहेलिया मौजूद थी। शादी के दौरान हल्दी, मेहंदी की रस्में हुईं, जिसके बाद क्षमा ने खुद के साथ फेरे लिए और वैवाहिक बंधन में बंध गईं. इसके साथ ही ये विवाह भारत का पहला एकल विवाह बन गया. फ़िलहाल क्षमा बिंदु अब दो सप्ताह के लिए हनीमून पर गोवा निकलने वाली है.