अमरनाथ यात्रा शुरू, बाबा बर्फानी के दर्शन के लिये पहुंचा श्रद्धालुओं का पहला जत्था 

 

आज से पवित्र अमरनाथ धाम की यात्रा शुरू हो गई है। श्रद्धालु अब बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकते हैं। अमरनाथ यात्रा के लिए कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बालटाल और पहलगाम कैंप से श्रद्धालुओं का पहला जत्था बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पहुंच चुका है और अब दूसरा जत्था भी दर्शन के लिए रवाना हो चुका है। बताते चलें कि आज लगभग 4,603 श्रद्धालु बाबा भोलेनाथ के शिवलिंग के दर्शन के लिए चढ़ाई करेंगे। जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से 200 वाहनों में सवार होकर करीब 1,881 शिवभक्त बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना हुए हैं।

52 दिनों की यात्रा
विदित हो कि अमरनाथ यात्रा अनंतनाग में पारंपरिक नुनवान-पहलगाम मार्ग (48 किलोमीटर) और गांदरबल में बालटाल मार्ग (14 किलोमीटर) से शुरू हो गई है। यह यात्रा 52 दिनों तक चलेगी और 19 अगस्त 2024 को समाप्त होगी। इस बार करीब 3.50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है।

पंजीकरण और आवश्यक दस्तावेज
बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए 26 जून 2024 से तत्काल पंजीकरण की सुविधा शुरू हो चुकी है। यह यात्रा आषाढ़ पूर्णिमा से श्रावण पूर्णिमा तक चलती है। श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन के दौरान आधार कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, और पासपोर्ट साइज फोटो की आवश्यकता होगी।

अमरनाथ धाम की विशेषता
अमरनाथ धाम भगवान भोलेनाथ के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है। इस धाम में बर्फ के प्राकृतिक शिवलिंग के दर्शन किए जाते हैं। माना जाता है कि यह गुफा करीब डेढ़ सौ साल पहले फिर से खोजी गई थी। इस पवित्र तीर्थ स्थल पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, और उनकी सेवा के लिए श्राइन बोर्ड द्वारा कई तैयारियां की जाती हैं।

बताते चलें कि अमरनाथ गुफा में बाबा भोलेनाथ की बर्फ की एक छोटी शिवलिंग आकृति प्रकट होती है, जो 15 दिनों तक रोजाना थोड़ी-थोड़ी बढ़ती है और फिर चांद के घटने के साथ घटने लगती है। चांद के लुप्त होते ही शिवलिंग भी अंतर्ध्यान हो जाता है।