BIG BREAKING: यूपी BJP में बड़ा धमाका तय—नई कमान बस कुछ कदम दूर, दावेदारों की जंग तेज़!

 

UP Politics Desk: उत्तर प्रदेश बीजेपी में नया प्रदेश अध्यक्ष चुनने की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। पार्टी के अंदर चर्चा इतनी तेज़ है कि लखनऊ से लेकर दिल्ली तक हर गलियारा सिर्फ एक ही सवाल पूछ रहा है—आख़िर कमान किसके हाथ जाएगी?

नया अध्यक्ष महज़ संगठन का पद नहीं, बल्कि योगी सरकार–केंद्र सरकार की तालमेल वाली राजनीति का खुला संकेत माना जा रहा है।

ओबीसी कार्ड फिर चलेगा? ब्राह्मण दावेदारी कमजोर!

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का दावा—
    •    इस बार भी गैर–यादव OBC उम्मीदवार सबसे मजबूत लाइन में हैं।
    •    ब्राह्मण चेहरा अब रेस में काफी पीछे दिख रहा।

इतिहास गवाही देता है:
    •    2017: केशव प्रसाद मौर्य (OBC)
    •    2022: स्वतंत्रदेव सिंह (कुर्मी)

अब सवाल बड़ा है-क्या BJP लगातार तीसरी बार OBC अध्यक्ष पर दांव लगाएगी? या समीकरण बदलकर सवर्ण चेहरा सामने लाएगी?

2024 के झटके के बाद BJP की सतर्क चाल

लोकसभा 2024 में यूपी का गिरता प्रदर्शन पार्टी को भीतर तक परेशान कर गया, लेकिन—
    •    न प्रदेश अध्यक्ष बदला
    •    न मंत्रिमंडल में कोई बड़ी काट–छांट

उपचुनाव की जीत ने राहत दी, लेकिन पार्टी अब जोखिम लेने को तैयार नहीं।

संघ चाहता है ‘क्लीन एंड निर्गुट चेहरा’

RSS साफ़ चाहता है—
    •    न कोई गुटबाज़ी
    •    न केंद्र–यूपी में मतभेद
    •    न सरकार–संगठन अलग दिशा में

यानी अध्यक्ष कोई ऐसा हो—जिसे न दिल्ली पर बोझ लगे, न योगी पर।

योगी फैक्टर—सबसे बड़ी चाबी

2027 का चुनाव योगी आदित्यनाथ के चेहरे पर ही लड़ा जाना तय है।
इसलिए अध्यक्ष वही बनेगा—
    •    जिस पर योगी पूरी तरह भरोसा करें
    •    जो संगठन को सरकार के साथ एक ही ताल पर चला सके

UP कोई साधारण राज्य नहीं। यहाँ योगी जैसा हाई-इम्पैक्ट चेहरा है—इसलिए अध्यक्ष भी वैसा ही चुना जाएगा।

कौन-कौन नाम दौड़ में सबसे आगे?

BJP में जिन नामों पर चर्चा सबसे तेज़ है—
    •    बी.एल. वर्मा, राज्यसभा सांसद
    •    बाबूराम निषाद, राज्यसभा सांसद
    •    अमरपाल मौर्य, राज्यसभा सांसद
    •    अनूप वाल्मीकि, हाथरस सांसद
    •    आरक्षित वर्ग के 8 सांसदों में से कोई एक
    •    पंकज चौधरी, 7 बार के सांसद, बड़ा कुर्मी चेहरा

दिलचस्प बात- UP में फिलहाल 11 कुर्मी सांसद हैं (BJP–3, SP–7) केंद्र में भी 2 कुर्मी मंत्री—पंकज चौधरी और अनुप्रिया पटेल

क्या योगी के किसी मंत्री या विधायक पर दांव लगेगा?

राजनीतिक हलकों में फुसफुसाहट—
BJP सरप्राइज देने में माहिर है, इसलिए यह भी संभव!

BJP = सरप्राइज की फैक्ट्री

कुछ ताज़े उदाहरण—
    •    मोहन यादव और भजनलाल जैसे नामों का अचानक CM बन जाना
    •    नड्डा का मंत्री + अध्यक्ष, दोनों पद संभालना
    •    शिवराज–गडकरी का बोर्ड से बाहर होना
    •    जटिया–सुधा यादव–लालपूरा जैसे नामों को अचानक बोर्ड में जगह

यानी BJP में कुछ भी कभी भी हो सकता है।

UP BJP अध्यक्ष वही बनेगा जो—
    •    योगी और केंद्र के बीच पुल का काम करे
    •    गुटबाज़ी से दूर रहे
    •    संगठन को 2027 तक आक्रामक और अनुशासित रख सके

लेकिन याद रखिए- अंतिम मुहर सिर्फ एक फैक्टर से लगेगी: ‘योगी फैक्टर’।