सावन के दूसरे सोमवार पर केदारनाथ और हरिद्वार के शिवालयों में उमड़ा आस्था का जनसैलाब

 

सावन मास की शुरुआत के साथ ही शिव भक्ति का उत्सव पूरे देश में चरम पर है। विशेष रूप से आज सावन के दूसरे सोमवार को केदारनाथ धाम और अन्य शिव मंदिरों में भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन और पूजन के लिए पहुंचे।

केदारनाथ में सुबह से ही हजारों भक्त बाबा केदार के दर्शनों के लिए कतार में लगे हुए नजर आए। बारिश और पहाड़ी ठंड के बावजूद भक्तों की श्रद्धा में कोई कमी नहीं दिखी। श्रद्धालु जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और पूजा अर्चना कर भगवान शंकर का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं।

बारिश और लगातार हो रही भूस्खलन की घटनाओं के बीच भी भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ है। सुबह चार बजे से ही दर्शन के लिए लंबी लाइनें लग गई थीं। सावन के पावन माह में बाबा केदार के दर्शन हेतु देश के कोने-कोने से कांवड़ यात्री और अन्य श्रद्धालु केदारघाटी पहुंच रहे हैं।

रुद्रप्रयाग जनपद के अन्य प्राचीन शिव मंदिरों जैसे कोटेश्वर महादेव, रूद्रनाथ, सूर्यप्रयाग आदि में भी भक्तों का तांता लगा रहा। सभी शिवालयों में जलाभिषेक और पूजा-पाठ के साथ शिव आराधना का विशेष माहौल देखने को मिला।

वहीं दूसरी ओर, धर्मनगरी हरिद्वार में भी सावन का विशेष उल्लास देखने को मिला। कनखल स्थित प्रसिद्ध दक्षेश्वर महादेव मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालु शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए कतार में खड़े नजर आए।

श्रद्धालुओं का मानना है कि सावन भगवान शिव को अति प्रिय है और दक्ष प्रजापति का यह मंदिर शिवजी के ससुराल के रूप में जाना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान शिव ने राजा दक्ष को यह वचन दिया था कि वह सावन मास में एक माह के लिए यहीं निवास करेंगे।

श्रद्धालुओं का विश्वास है कि सावन में शिवजी की सच्चे मन से पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख, शांति एवं समृद्धि प्राप्त होती है।

सावन सोमवार पर देश भर में शिवमय वातावरण बन गया है और भक्ति भाव से ओतप्रोत श्रद्धालु भगवान शिव की आराधना में लीन हैं।