भारतीय वायुसेना की बढ़ेगी ताकत, अमेरिका से भारत पहुंची 'अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर' की पहली खेप 

 

भारतीय सेना को अब अत्याधुनिक अपाचे अटैक हेलीकॉप्टरों की ताकत मिलने जा रही है। मंगलवार, 22 जुलाई 2025 को अमेरिका से पहला बैच भारत पहुंच गया है। भारतीय सेना ने सोशल मीडिया मंच X पर इसकी पुष्टि करते हुए इसे सेना के लिए एक "ऐतिहासिक क्षण" बताया। पोस्ट में लिखा गया, "अपाचे के आगमन से भारतीय सेना की एयर विंग की मारक क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी।"

15 महीने की देरी के बाद पहुंचा पहला बैच
भारतीय सेना को इन हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी मई 2024 में होनी थी, लेकिन तकनीकी और कूटनीतिक कारणों से यह लगभग 15 महीने देर से भारत पहुंचा। दूसरा बैच इसी साल नवंबर तक आने की संभावना है। हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिका के रक्षा सचिव पीट हेगसेथ के बीच इस विषय पर चर्चा भी हुई थी, जिसमें भारत ने डिलीवरी में तेजी लाने का आग्रह किया था।

फरवरी 2020 में भारत और अमेरिका के बीच हुई 800 मिलियन डॉलर की डील के तहत भारतीय थल सेना को कुल छह AH-64E अपाचे हेलीकॉप्टर मिलने हैं। ये हेलीकॉप्टर पहले से ही भारतीय वायुसेना के बेड़े में मौजूद हैं, जो 2015 में हुई एक अन्य डील के तहत वायुसेना को 22 की संख्या में मिले थे।

क्या हैं अपाचे की खूबियां?

  • इसे 'हवाई टैंक' भी कहा जाता है, जो उच्च शक्ति और गतिशीलता से लैस है।
  • यह प्रति मिनट 600 से 650 राउंड तक गोलियां बरसा सकता है।
  • इसका अधिकतम उड़ान वजन करीब 10,432 किलोग्राम और गति लगभग 279 किमी/घंटा तक हो सकती है।
  • इसमें अत्याधुनिक संचार, नेविगेशन, सेंसर और हथियार प्रणालियाँ शामिल हैं।
  • यह 2,800 फीट प्रति मिनट की रफ्तार से ऊँचाई हासिल कर सकता है।

दुनिया का सबसे भरोसेमंद अटैक हेलीकॉप्टर
1984 में लॉन्च हुए AH-64A से लेकर अब तक का नवीनतम संस्करण AH-64E अपाचे, दुनिया के सबसे आधुनिक और भरोसेमंद अटैक हेलीकॉप्टरों में गिना जाता है। अब तक 1,280 से ज्यादा अपाचे दुनिया भर में इस्तेमाल किए जा रहे हैं, जिन्होंने कुल मिलाकर 50 लाख से अधिक घंटे की उड़ान भरी है, जिनमें 13 लाख घंटे युद्ध अभियानों के दौरान रहे हैं।

बोइंग की निर्माण शक्ति के पीछे अपाचे
इन हेलीकॉप्टरों का निर्माण अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोइंग द्वारा किया जाता है। कंपनी ने अब तक 2,700 से ज्यादा अपाचे हेलीकॉप्टर दुनिया भर के देशों को दिए हैं। भारत के अलावा मिस्र, ग्रीस, इजराइल, जापान, सिंगापुर, सऊदी अरब, यूएई और यूनाइटेड किंगडम जैसे देश भी इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।

अपाचे हेलीकॉप्टरों की इस ताज़ा तैनाती से भारतीय सेना को न केवल अपनी सीमाओं की रक्षा में अधिक आत्मविश्वास मिलेगा, बल्कि यह भविष्य की किसी भी चुनौती से निपटने के लिए एक निर्णायक शक्ति के रूप में उभरेगा।