सहनी ने की वीआईपी झारखंड प्रदेश समिति की घोषणा, राजकुमार बने प्रदेश अध्यक्ष
 

 

विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने सोमवार को पार्टी के झारखंड प्रदेश समिति की घोषणा करते हुए कहा कि वीआईपी की प्राथमिकता कभी सत्ता नहीं रही. वीआईपी की प्राथमिकता हाशिए में पड़े गरीबों, वंचितों, शोषितों की आवाज बनना है. मुकेश सहनी ने घोषणा करते हुए कहा कि झारखंड में निषादों की आरक्षण की लड़ाई जोरशोर से उठाई जाएगी.

 जानकारी के अनुसार रांची के प्रेस क्लब में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिहार के पूर्व मंत्री सहनी ने पार्टी के झारखंड प्रदेश समिति की घोषणा की. उन्होंने कहा कि डॉ. (प्रो.) राजकुमार चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश उपाध्यक्ष का दायित्व विनोद चौहान, प्रदीप सिंह और एस.पी. चौहान  को दिया गया है जबकि प्रदेश प्रधान महासचिव चरण केवट को बनाया गया है.

इसके अलावा प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी मनोज कुमार निषाद और अधिवक्ता मंजीत चौधरी को दी गई है जबकि प्रदेश मीडिया प्रभारी राजेश कुमार केवट तथा प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेदारी चंद्रमोहन कुमार चंद्रवंशी को दी गई है. इतना ही नहीं उन्होंने सभी नए पदाधिकारियों को शुभकामना देते हुए आशा व्यक्त करते हुए कहा कि इनके नेतृत्व में पार्टी झारखंड में मजबूत होगी और राज्य में लोगों के विकल्प के तलाश को पूरा करेगी.

वैसे सहनी ने इस दौरान सरयू केवट को राष्ट्रीय महासचिव और मेजर बद्री सहनी तथा मोतिलाल सरकार को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाने की घोषणा की. इसके अलावा डॉ. राजकुमार बिन्द  व अधिवक्ता विजेंद्र चौधरी को राष्ट्रीय सचिव बनाने का भी ऐलान किया. सहनी ने जोर देते हुए कहा कि सत्ता वीआईपी की प्राथमिकता कभी नहीं रही है. उन्होंने कहा कि अगर सत्ता प्राथमिकता होता तो आज मैं भी केंद्र या राज्य में मंत्री होता, लेकिन वीआईपी के लिए सत्ता और पद महत्वपूर्ण नहीं. उन्होंने साफ लहजे में कहा कि वीआईपी के एक- एक कार्यकर्ता के लिए सम्मान बड़ी चीज होनी चाहिए.