सुशील मोदी ने नीतीश पर साधा निशाना, कहा- जातीय जनगणना को टालने का बहाना खोज बिहार सरकार 
 

 

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कैबिनेट की मीटिंग मंगलवार को हुई.  इस मीटिंग में कुल 13 महत्वपूर्ण एजेंडों पर मुहर लगी. सीएम नीतीश ने जातिगत गणना कराने को लेकर जो समय सीमा दी थी. उसे बढ़ा दिया है. वहीं अब इसको लेकर राजनीति शुरू हो गई है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने महगठबंधन पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार जातीय जनगणना को टालने का बहाना खोज रही है. 

सुशील मोदी ने कहा कि, नीतीश कुमार निकाय चुनाव टाल कर अतिपिछड़ों को वंचित करने के बाद अब जातीय गणना टालने के नए-नए बहाने खोज रहे हैं। मोदी ने कहा कि जातीय गणना शुरू करने का समय अगले साल फरवरी से बढ़ा कर मई 2023 करने का कैबिनेट का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार को मतदाता सूची के पुनरीक्षण की जानकारी पहले से थी और मैट्रिक-इंटर की परीक्षाओं की तिथि भी पूर्व निर्धारित है. मोदी बोले- गणना टालने का बहाना ढूंढ रही सरकार.

इतना ही नहीं मोदी ने आगे कहा कि, जातीय गणना कराने के लिए कैबिनेट का फैसला दो जून को हुआ, लेकिन अभी तक न मकानों की गिनती और नंबरिंग नहीं हुई, न जिला और प्रखंड स्तर पर अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया. मोदी ने कहा कि गणना ऐप और पोर्टल बनाने के लिए परामर्शी की नियुक्ति छह माह पहले हो जानी चाहिए थी, लेकिन इसका अभी निर्णय हुआ है. उन्होंने कहा कि तेलंगाना सरकार ने सभी कर्मचारियों को लगाकर जातीय गणना का काम एक दिन में पूरा किया, लेकिन नीतीश सरकार इसे बार-बार टाल रही है.