झंझारपुर में गरजे अमित शाह, कहा- इन दिनों लालू यादव एक्टिव और नीतीश कुमार इनएक्टिव हो गए हैं, इसीलिए.....

 
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मिथिलांचल की धरती झंझारपुर के ललित कर्पूरी मैदान में शनिवार (16 सितंबर) को आयोजित बीजेपी की विशाल जनसभा को संबोधित  किया। अमित शाह ने लालू यादव और नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला और दावा किया कि बिहार में फिर से जंगलराज ती वापसी हो गई है. शाह ने कहा कि इन दिनों लालू यादव एक्टिव हो गए हैं, जबकि नीतीश कुमार इनएक्टिव हो गए हैं. यही वजह है कि रोज दलितों, पत्रकारों और आम लोगों पर हमले हो रहे हैं.

Amit Shah Seemanchal tour again after a year visit Araria along with  Jhanjharpur rally 16th September - अमित शाह का एक साल बाद फिर सीमांचल दौरा,  16 सितंबर को झंझारपुर के साथ

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि इस भूमि ने दुनिया में मधुबनी पेंटिंग से न केवल मिथिलांचल बल्कि समग्र भारत की ख्याती देश विदेश तक पहुंचाने का काम किया है, इस मिथिलांचल की धरती को प्रणाम करने आया हूं. मैं बिहार की जनता का बहुत हृदय से धन्यवाद करना चाहता हूं. कुछ दिन पहले लालू-नीतीश की सरकार ने एक फतवा जारी किया कि बिहार में रक्षा बंधन की छुट्टी नहीं होगी. जन्माष्टमी की छुट्टी नहीं होगी और बिहार की जनता ने जो आक्रोश दिखाया उससे ये ठिकाने पर आ गए. मिथिलांचल की धरती को मैं प्रणाम करता हूं. मुझे पूरा भरोसा है कि 2024 में 39 सीटों का रिकॉर्ड तोड़कर बीजेपी सभी 40 सीटों पर जीत हासिल होगी.

अमित शाह ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि  दरभंगा एम्स पर नीतीश बाबू बोलते रहते हैं बहुत कम प्रदेश हैं जहां पर दो एम्स दिए गए हैं, मोदी जी ने पटना में एम्स दिया, 2020 दिसंबर में दरभंगा में दूसरा एम्स दिया. नीतीश जी ने 81 एकड़ भूमि दे दी पहले मेडिकल कॉलेज में बाद में इसको वापस ले लिया. अगर नीतीश जी ने भूमि वापस ना ले ली होती तो आज यहां पर एम्स बन गया होता और यहां पर मरीजों का इलाज हो रहा होता.

आगे अमित शाह ने लालू यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि रेलवे मंत्री रहते हुए लालू ने अरबों-खरबों का भ्रष्टाचार किया. नीतीश कुमार अब भ्रष्टाचार को नहीं देख रहे हैं. उनको मालूम है बिहार के विकास के लिए यूपीए ने कुछ नहीं किया. भ्रष्टाचार किया, इसलिए यूपीए के नाम से नहीं आ रहे हैं. ये इंडिया नाम से आ रहे हैं. नाम कोई भी बदले. ये वही लालू प्रसाद हैं जिसने बिहार को सालों तक पीछे धकेलने का काम किया.