राष्ट्रीय महासचिव बनने के बाद नीतीश से मिले अशोक चौधरी, बोले - मेरे लिए यह भावुक पल है 

 

जेडीयू का राष्ट्रीय महासचिव बनने के बाद मंत्री अशोक चौधरी की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात खत्म हो गई है. सीएम से मुलाकात के बाद गुरुवार (26 सितंबर) को अशोक चौधरी ने कहा कि जब हमने कांग्रेस पार्टी छोड़ी थी तो हमारे नेता नीतीश कुमार ने हमें कार्यकारी अध्यक्ष बना कर महत्वपूर्ण काम हमे सौंपा और हमने किया भी. उन्होंने कहा कि अब राष्ट्रीय महासचिव बनाया है तो हमारा प्रयास होगा कि नीतीश कुमार की उम्मीद पर पूरी तरह से खड़े उतरे. 

जब उनसे पूछा गया क्या यह ट्वीट का असर है तो उन्होंने कहा कि बड़ी पॉलिटिक्स में छोटी-छोटी चीजों का असर नहीं पड़ता है. जिस तरीके से लोग हमारे खिलाफ षड्यंत्र रच रहे थे, निश्चित तौर पर उनको जवाब मिल गया और समय सबसे महत्वपूर्ण होता है. उन्होंने कहा कि मैंने माननीय नेता से पद नहीं मांगा था उन्होंने खुद दिया है. संजय झा ने हमें फोन किया था कि सीएम नीतीश कुमार का फोन आया था और आपको कल पार्टी का अहम पद दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह भावुक पल है.  

उन्होंने कहा कि जिंदगी में मैं दो बार बहुत दुखी हुआ. पहली बार जब हमने कांग्रेस पार्टी छोड़ी. इसलिए मैंने कांग्रेस छोड़ी कि हम पर कई आरोप लगाए गए थे. हमें प्रताड़ित किया जा रहा था. दूसरी बार जब हमें घेरने का प्रयास पार्टी में ही किया गया. अगर प्यार करना है तो माता-पिता से करो और महादेव से करो और अगर सम्मान करना है तो नेता का करो. 

झारखंड चुनाव पर मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि मैं वहां का प्रभारी हूं. वहां भारतीय जनता पार्टी से बातचीत चल रही है. राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय दास लगातार बीजेपी के आलाकमान से बातचीत भी कर रहे हैं और जो भी सीट को लेकर होगा वह निश्चित तौर पर बहुत अच्छा होगा और जब होगा तो मैं पूरे मामले की जानकारी मीडिया को दूंगा. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से इंडिया गठबंधन बिहार में कर रहा है, उनके पास कोई मुद्दा नहीं है. अशोक चौधरी ने दावा किया है कि 2025 में 2010 से भी बुरी स्थिति महागठबंधन की होगी.