अश्विनी चौबे ने बिहार सरकार को बताया जल्लाद, कहा- राज्य में इतनी समस्या है लेकिन सरकार कुम्भकर्णी निंद्रा में सोई हुई है 
 

 

एक दिवसीय दौरे पर बक्सर के आथर में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने खुले मंच से बिहार सरकार को जल्लाद बता दिया। उन्होंने कहा कि  सरकार उसे कहते है जो जनता का कल्याण करे. लेकिन जो जनकल्याण के लिए जनता को मारने का काम करे यह बिहार सरकार जल्लाद है. 

बिहार में बढ़ रहे अपराध को लेकर अश्विनी कुमार चौबे ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि  "बिहार में अपराधी खून की होली खेल रहे हैं. बिहार अपराध से कराह रहा है, इलाज के अभाव में लोग अस्पतालों में दम तोड़ रहे हैं, सामूहिक दुष्कर्म की घटनाओं से पूरा बिहार चीख उठा है और यंहा की सरकार कुम्भकर्णी निंद्रा में सोई हुई है. जिसे होलिका दहन में भस्म तो होना ही है. 

इतना ही नहीं अश्विनी चौबे ने आगे कहा देशवासियों के मूल समस्या से ध्यान भटकाने के लिए, पूरे देश में महीनों से जातिवाद , रामचरित मानस ब्राह्मणवाद, दलित, अकलियत के नाम पर नेता खुले मंच से गाली दे रहे हैं. लेकिन जो मूल समस्या है उस पर किसी भी पार्टी के नेता कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. बात केवल किसानों की करे तो बिहार के किसान परिवार की स्थिति इतनी खराब है कि ये देश के 27 राज्यों से पीछे हैं. झारखंड की स्थिति तो और भी दयनीय है। देश के किसानों के परिवार की आय की बात करें, तो प्रति परिवार मासिक आय 10 हजार 218 रुपये हैं. भारत के मेघालय में किसानों की औसत मासिक आय 29 हजार रुपये के साथ पहले स्थान पर है. जबकि झारखंड के किसान परिवार 4 हजार 895 रुपये के मासिक आय के साथ सबसे नीचे है. इस पर किसी भी सरकार का ध्यान नहीं है.