65 लाख नाम कटने पर बिहार में ‘वोट चोरी’ की जंग, सड़क से संसद तक गरमाई सियासत

 

Patna: बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के तहत मतदाता सूची से करीब 65 लाख नाम हटाए जाने का मामला अब तूल पकड़ चुका है। पटना से लेकर दिल्ली तक इस मुद्दे पर सियासी तूफान खड़ा हो गया है। सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राजद सांसद मनोज झा, संजय यादव समेत कई विपक्षी नेताओं को चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने हिरासत में लिया। 

राहुल गांधी ने आरोप लगाया, SIR एक सुनियोजित साजिश है, जिसके जरिए गरीब, दलित और अल्पसंख्यक वोटरों को उनके अधिकार से वंचित किया जा रहा है। दिल्ली में ‘इंडिया’ गठबंधन का विरोध प्रदर्शन जहां पुलिस बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश में बदल गया, वहीं पटना में राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सड़क पर जमकर नारेबाजी हुई। तेजस्वी ने कहा, 65 लाख वोटरों के नाम जानबूझकर काटे गए हैं, खासकर वहां जहां विपक्ष का दबदबा है। यह लोकतंत्र की हत्या है।

विपक्ष ने इस विवाद को “वोट चोरी” करार देते हुए 17 अगस्त से राहुल गांधी के नेतृत्व में बिहार यात्रा का ऐलान किया है, जो 1 सितंबर को पटना में खत्म होगी। इस यात्रा का मकसद लोगों को मतदाता सूची में हो रही गड़बड़ियों के खिलाफ जागरूक करना। बिहार में 2025 विधानसभा चुनाव से पहले यह मामला और बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है, क्योंकि विपक्ष ने साफ संकेत दे दिया है कि इस लड़ाई को वह सड़क से लेकर संसद तक जारी रखेगा।