Bihar Vidhansabha Chunav 2025: नामांकन के दूसरे दिन बढ़ा सियासी तापमान, लालू-राहुल की लंबी बातचीत से महागठबंधन में हलचल तेज

 

Bihar Bidhansabha chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के नामांकन का आज दूसरा दिन है, और इसके साथ ही राज्य की सियासत में गर्माहट अपने चरम पर पहुँच चुकी है। एक तरफ उम्मीदवारों की तैयारी और कागज़ी औपचारिकताएँ जारी हैं, तो दूसरी ओर दिल्ली से लेकर पटना तक सीट बंटवारे को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है।

लालू-राहुल की बातचीत से बढ़ी हलचल

सूत्रों के अनुसार, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच फोन पर लंबी बातचीत हुई है। इस वार्ता में सीट शेयरिंग फॉर्मूले और उम्मीदवारों के चयन को लेकर चर्चा हुई बताई जा रही है।

बातचीत के बाद खबर है कि तेजस्वी यादव जल्द दिल्ली जा सकते हैं, जहाँ वे कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से आमने-सामने बैठक करेंगे। माना जा रहा है कि इस मुलाकात में सीटों के अंतिम वितरण और साझा प्रचार अभियान की रूपरेखा तय की जा सकती है।

सीट बंटवारे पर टकराव जारी

महागठबंधन के भीतर इस वक्त सबसे बड़ा विवाद आरजेडी और कांग्रेस के बीच सीटों की संख्या को लेकर है। आरजेडी का कहना है कि 2020 के चुनाव में उसने बेहतर प्रदर्शन किया था, इसलिए उसे अधिक सीटें मिलनी चाहिए।
वहीं, कांग्रेस का तर्क है कि उसका राज्यभर में वोट बैंक और संगठनात्मक ढांचा है, इसलिए हिस्सेदारी घटाना अन्याय होगा। वाम दलों और वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी) के साथ बातचीत फिलहाल अंतिम दौर में है।

पटना में तेजस्वी की आपात बैठक

पटना में तेजस्वी यादव ने आज पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की आपात बैठक बुलाई है।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में उम्मीदवारों की सूची और सीट शेयरिंग पर चर्चा हो रही है।
संभावना है कि तेजस्वी की मंज़ूरी के बाद ही महागठबंधन के पहले चरण के उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी।

एनडीए में भी पेच कायम

उधर एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के भीतर भी सीटों का समीकरण अभी फाइनल नहीं हो पाया है।
भाजपा, लोजपा (रामविलास) और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति महासंघ (आरएलएम) के बीच सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर सहमति नहीं बन पाई है। भाजपा ने दावा किया था कि आज सीट बंटवारे का ऐलान हो जाएगा,
लेकिन उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर साफ कर दिया कि “वार्ता अभी जारी है।”

अगले कुछ दिनों में मिल सकता है बड़ा ऐलान

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि लालू और राहुल गांधी की यह बातचीत महागठबंधन की दिशा और रणनीति तय करने में निर्णायक साबित हो सकती है।
अगर तेजस्वी दिल्ली जाकर कांग्रेस से सीटों पर समझौता पक्का कर लेते हैं, तो अगले कुछ दिनों में महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस देखने को मिल सकती है।

नामांकन की रफ्तार धीमी, पर सियासत तेज

पहले दिन किसी भी उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया था, लेकिन सियासी बयानबाज़ी और बैकडोर मीटिंग्स का सिलसिला तेज़ बना हुआ है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि सीटों का फॉर्मूला तय होते ही बिहार की चुनावी हवा और गरम होगी और फिर असली मुकाबला शुरू होगा, पटना से लेकर दिल्ली तक।