Bihar Vidhansabha Session: पहले सत्र का चौथा दिन आज, उपाध्यक्ष का चुनाव और राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा मुख्य एजेंडा

 

Bihar Vidhansabha Session: 18वीं बिहार विधानसभा के पहले सत्र का चौथा दिन आज शुरू हो रहा है। कार्यवाही सुबह 11 बजे से आरंभ होगी। दिन की शुरुआत होते ही उपाध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा, और माना जा रहा है कि आलमनगर से लगातार आठवीं बार विधायक बने नरेन्द्र नारायण यादव निर्विरोध चुने जाएंगे। वे पहले से ही सदन में अनुभव और संतुलित नेतृत्व के लिए जाने जाते हैं।

आज के एजेंडे में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा प्रमुख रहेगी और चर्चा पूरी होने के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया जाएगा। उधर, बिहार विधान परिषद में भी राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर वाद-विवाद और सरकार का जवाब निर्धारित है।

विधान परिषद में आज कई अहम संशोधन नियमावलियाँ पेश होंगी

विधान परिषद की कार्यवाही आज बेहद महत्वपूर्ण रहने वाली है। कई संशोधन नियमावलियाँ सदन के पटल पर रखी जाएंगी, जिनमें शामिल हैं:
    •    विधान मंडल सदस्यों के वेतन, भत्ता एवं पेंशन संशोधन नियमावली 2025
    •    बिहार अग्निशमन सेवा संशोधन नियमावली 2025
    •    बिहार अमीन संवर्ग नियमावली 2025
    •    बिहार राज्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्ति एवं सेवा शर्त संशोधन नियमावली 2025

ये सभी नियमावलियाँ प्रदेश की प्रशासनिक और विधायी व्यवस्थाओं में बड़े प्रभाव डालने वाली मानी जा रही हैं।

तीसरे दिन राज्यपाल के अभिभाषण में तकनीकी गड़बड़ी चर्चा का विषय बनी

सत्र के तीसरे दिन का सबसे चर्चित पल रहा राज्यपाल का अभिभाषण, जो तकनीकी खराबी की वजह से कुछ देर तक बाधित रहा। राज्यपाल ने जैसे ही बोलना शुरू किया, माइक्रोफोन बंद पड़ा पाया गया, जिसके चलते वे लगभग पाँच मिनट तक बिना माइक के ही अभिभाषण पढ़ते रहे। उन्होंने मुस्कुराकर कहा-“मैं थोड़ा ज़ोर से बोल देता हूँ।”

अपने अभिभाषण में राज्यपाल ने बताया:
    •    राज्य में शिक्षकों की संख्या 5.2 लाख तक पहुँच गई है।
    •    सभी 27 जिलों में सरकारी मेडिकल कॉलेज विकसित किए जा रहे हैं।
    •    IGIMS को 3,000 बेड वाले सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के रूप में अपग्रेड किया जा रहा है।
    •    महिलाओं को रोजगार बढ़ाने के लिए 2 लाख रुपये तक की सहायता दी जा रही है।
    •    अल्पसंख्यक समुदाय के लिए कई योजनाएं संचालित हैं।
    •    सभी घरेलू उपभोक्ताओं को मुफ़्त बिजली उपलब्ध कराई जा रही है।

नीतीश कुमार बने सदन के नेता, तेजस्वी को मिली नेता प्रतिपक्ष की मान्यता

अभिभाषण के बाद सदन में नेतृत्व का चयन भी हुआ।
    •    नीतीश कुमार को सदन का नेता चुना गया।
    •    तेजस्वी यादव को आधिकारिक रूप से नेता प्रतिपक्ष की मान्यता मिली।
    •    वहीं, नरेन्द्र नारायण यादव ने उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया।

आज का दिन क्यों महत्वपूर्ण है?

आज न केवल उपाध्यक्ष का चयन होना है, बल्कि राज्यपाल के अभिभाषण पर विस्तृत बहस से यह भी तय होगा कि आने वाले सत्र में सरकार किन प्राथमिकताओं पर काम करेगी। नियमावलियों की प्रस्तुति और बजट से जुड़ी गतिविधियाँ भी सत्र को और महत्वपूर्ण बनाती हैं।