चिराग पासवान को खगड़िया से झटका, 38 नेताओं का सामूहिक इस्तीफा-सांसद राजेश वर्मा पर गंभीर आरोप
Patna: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान एक तरफ गया में पार्टी की मजबूती का दावा कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर खगड़िया से उनकी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। यहां एक साथ 38 नेताओं और पदाधिकारियों ने अपने पद से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। इस इस्तीफे की सबसे खास बात यह है कि इसमें पार्टी के प्रदेश महासचिव रतन पासवान और पूर्व जिलाध्यक्ष शिवराज यादव जैसे वरिष्ठ नेता भी शामिल हैं। इस्तीफा देने वालों में सातों प्रखंड अध्यक्ष और युवा जिलाध्यक्ष सुजीत पासवान भी शामिल हैं।
इस्तीफे की वजह- ‘अभद्र व्यवहार और थोपे गए जिलाध्यक्ष’
नेताओं ने अपने इस्तीफे की वजह खगड़िया सांसद राजेश वर्मा की कार्यशैली और नए जिलाध्यक्ष मनीष कुमार उर्फ नाटा सिंह की नियुक्ति को बताया है। आरोप है कि यह मनोनयन सांसद वर्मा के इशारे पर किया गया, जिससे स्थानीय कार्यकर्ता आक्रोशित थे।
बलुआही में बुलाई गई आपात बैठक, खुला पत्र भी जारी
खगड़िया के बलुआही में लोजपा नेताओं की एक बैठक हुई, जहां सभी पदाधिकारियों ने खुला पत्र जारी करते हुए इस्तीफा देने का फैसला लिया। इस पत्र में उन्होंने पार्टी नेतृत्व और कार्यकर्ताओं से मार्मिक अपील की है कि संगठन को व्यक्ति विशेष की गिरफ्त में न जाने दिया जाए।
सांसद पर गंभीर आरोप
पूर्व जिलाध्यक्ष शिवराज यादव और रतन पासवान ने सांसद राजेश वर्मा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सांसद का व्यवहार कार्यकर्ताओं के प्रति अपमानजनक और अमर्यादित है। रतन पासवान ने कहा, कार्यकर्ताओं से गाली-गलौज और दबाव की राजनीति की जा रही है। ऐसे माहौल में हम पार्टी नहीं चला सकते।
राजेश वर्मा की सफाई–"नेतृत्व का फैसला था"
इधर सांसद राजेश वर्मा के प्रतिनिधि डॉ. पवन जायसवाल ने सफाई देते हुए कहा कि, मनीष कुमार को जिलाध्यक्ष बनाना पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का निर्णय है। कुछ लोग स्वार्थ की राजनीति कर रहे हैं और बेवजह बयानबाजी कर रहे हैं। पूरा मामला नेतृत्व को बताया जा रहा है।
क्यों खास है खगड़िया?
खगड़िया वही ज़िला है जहां से रामविलास पासवान ने अपनी पार्टी की नींव रखी थी। यही वजह है कि यहां पार्टी के भीतर का असंतोष चिराग पासवान के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है।