बिहार सदन में टकराव चरम पर: बोलने से रोके जाने पर विपक्ष भड़का, वॉकआउट कर दिया सियासी मैसेज
Bihar News: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में बुधवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पारित होने के साथ ही सदन का माहौल एक बार फिर सियासी तनाव से भर गया। संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सदन के सभी सदस्यों ने अभिभाषण पर अपनी बात रखी और सरकार के प्रस्तुत रोडमैप को व्यापक समर्थन मिला। उन्होंने कहा, “राज्यपाल ने योजनाओं और प्राथमिकताओं को विस्तार से रखा है। चर्चा रचनात्मक रही और सदस्यों ने सकारात्मक रूप से हिस्सा लिया।”
विधान परिषद में विपक्ष की आपत्ति पर सरकार की सफाई
विधान परिषद में विपक्ष को वक्तव्य का अवसर न मिलने के आरोप पर मंत्री विजय चौधरी ने स्पष्ट किया कि विधानसभा में ऐसी कोई स्थिति नहीं बनी। उन्होंने कहा, “अभिभाषण पर चर्चा में हर सदस्य ने अपनी बात कही। विधान परिषद की कार्यवाही के बारे में मैं नहीं कह सकता, लेकिन विधानसभा में किसी को रोका नहीं गया।”
सत्र के दौरान माहौल तब गरमा गया जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभिभाषण पर जवाब देने के लिए खड़े हुए, लेकिन उससे पहले विपक्ष ने आरोप लगाया कि संशोधन प्रस्ताव पर बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा, जिसे विपक्ष ने लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ बताया।
विपक्ष का हंगामा और वॉकआउट
सभापति अवधेश नारायण सिंह ने स्पष्ट किया कि संशोधन प्रस्ताव समेकित रूप से लिया जा चुका है और मुख्यमंत्री के वक्तव्य के बाद यदि आवश्यकता हुई तो अवसर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह आसन का विशेषाधिकार है।
इसके बावजूद विपक्ष इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ। नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी ने आरोप लगाया कि विपक्ष की आवाज़ को दबाया जा रहा है। इसके बाद राजद, कांग्रेस और वाम दलों के सदस्यों ने एक साथ नारा लगाते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया।
बुलडोज़र एक्शन पर सरकार की स्पष्ट टिप्पणी
राज्य में जारी बुलडोज़र कार्रवाई पर उठे सवालों के जवाब में संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह न्यायालय के आदेशों पर आधारित है, न कि सरकार के निर्देशों पर। उन्होंने कहा, “यह अदालत का आदेश है। इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं। किसी को आपत्ति है तो कोर्ट जाने का रास्ता खुला है।”
विधानसभा का आज का सत्र यह दर्शाता है कि बिहार की राजनीति में विरोध और समर्थन दोनों ही पूरे तेवर पर हैं, जहाँ सत्ता पक्ष सरकार की योजनाओं पर भरोसा जता रहा है, वहीं विपक्ष प्रक्रियागत न्याय और राजनीतिक दमन जैसे मुद्दों को लेकर टकराव के मोड में है।