सदन में जीतन राम मांझी से तू-तड़ाक करने पर बोली कांग्रेस, मर्यादा में रहकर अच्छे तरीके से कहा जा सकता था

 

सदन में गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से गुस्से में तू-तड़ाक वाली भाषा का इस्तेमाल किया. इसको लेकर बीजेपी नीतीश कुमार पर मानसिक संतुलन खोने का आरोप लगा रही है. वहीं अब कांग्रेस ने नीतीश कुमार को सुझाव देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राजनीति में मर्यादा बनाई रखनी चाहिए. 

बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने नीतीश कुमार द्वारा जीतन राम मांझी से गुस्से में तू-तड़ाक वाली भाषा का प्रयोग करने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तू- ताम की भाषा मर्यादा के अनुरूप नहीं है. इसको मर्यादा में रहकर अच्छे तरीके से भी कहा जा सकता था. अब ऐसी स्थिति बनी तो उन्होंने गुस्सा में कुछ कह दिया। लेकिन, जो बातें कही है उसमें सच्चाई है. आगे उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी को पूरा राज्य चलना है प्रशासन चलना है तो ऐसे में कुछ चीज पर उनके तरफ से कही गई तो बातें गलत नहीं थी बल्कि उसे  और अच्छे तरीके से कहा जा सकता था. राजनीति में मर्यादा बनाई रखनी चाहिए.

दरअसल गुरुवार को सदन के अंदर जीतन राम मांझी आरक्षण को लेकर बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति को 1950 से आरक्षण मिल रहा है लेकिन आज तक सरकारी नौकरियों में इस तबके की हिस्सेदारी सिर्फ 3 प्रतिशत है. जीतन राम मांझी ने कहा कि आरक्षण बढ़ा दीजिये लेकिन उसे धरातल पर उतरना चाहिये. बिहार सरकार ने भी जो जातीय सर्वेक्षण कराया है, उसके आंकड़े सही नहीं लग रहे हैं.

अब मांझी के बोलने के बाद नीतीश कुमार उनपर भड़क गए. उन्होंने मांझी को तू तड़ाक करते हुए बेइज्जत करना शुरू कर दिया. नीतीश ने बोलना शुरू किया-इसको कोई आइडिया है, ये तो मेरी गलती है जो इस आदमी को हमने बना दिया था मुख्यमंत्री. कोई सेंस नहीं है इसको. ऐसे ही बोलता रहता है, कोई मतलब नहीं है.