राहुल गांधी के आरक्षण समाप्त करने वाले बयान को लेकर दिल्ली भाजपा ओबीसी मोर्चा ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर किया विरोध प्रदर्शन 

 

दिल्ली भाजपा ओबीसी मोर्चा ने आज कांग्रेस मुख्यालय के बाहर राहुल गांधी द्वार विदेश में दिए गए बयान के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। ओबीसी मोर्चा ने मांग की कि राहुल गांधी ने ओबीसी समाज के खिलाफ जो बयान दिया है उसके लिए माफी मांगे, नहीं तो उनके खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शन को दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा, सांसद एवं प्रदेश महामंत्री कमलजीत सहरावत एवं दिल्ली भाजपा ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष सुनील यादव ने प्रदर्शन कारियों को संबोधित किया। साथ ही विरोध प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों ने राहुल गांधी का पुतला जलाकर उनका रोष जताया। 

विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए भाजपा सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि पिछड़े वर्ग के लोगों में गुस्सा भरा हुआ है। राहुल गांधी ने जिस तरह से पिछड़े वर्ग के लोगों को, एस.सी. एवं एस.टी. समाज के लोगों का आरक्षण खत्म करने का लेकर बयान दिया वह काफी निंदनीय है। जो आरक्षण बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने दिया उसको समाप्त करने की घोषणा विदेशी धरती पर की है, जिसकी हम कड़ी निन्दा करते हैं। राहुल गांधी को जानकारी देना चाहते हैं कि आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पिछड़े वर्ग से हैं और मोदी सरकार में सबसे ज्यादा मंत्री पिछड़े वर्ग के लोग हैं। आज मध्य प्रदेश जो देश का बहुत बड़ा प्रांत है उसका मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग से है।  हरियाणा के मुख्यमंत्री पिछड़े वर्ग से है और मोदी जी की सरकार ने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने का काम किया है। 

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश में जितनी भी जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की है, चाहे वह पीएम विश्वकर्म योजना हो जो लोग बेचारे गरीब झुग्गी झोपड़ी में रहते हैं जो पिछले वर्ग के हैं, उनको 10 हजार से लेकर 50 हजार तक का ॠण कारोबार करने के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है।

रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि मोदी जी की सरकार ने पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए ₹100000 से लेकर 3 लाख रुपए तक का प्रबंध करवा रही है। मोदी जी ने पिछड़े के लिए एस.सी. एस.टी. के लिए उत्थान के लिए जितने भी विकास के कार्य, जन कल्याण के काम किए हैं उसकी भी हम चर्चा कर रहे हैं और विदेशी धरती पर जाकर राहुल गांधी ने जो लीडर ऑफ ऑपिजिशन जैसी संवैधानिक पद पर बैठकर उन्होंने एस.सी. एस.टी. ओबीसी का आरक्षण समाप्त करने की घोषणा की है उसकी हम कड़ी निंदा करते हैं। 

उन्होंने मांग की है कि बगैर समय गंवाए हुए राहुल गांधी को अब लीडर आफ अपोजिशन के पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है उनको अपने पद से तुरंत त्यागपत्र देना चाहिए।  यह मोहिम केवल दिल्ली में नहीं पूरी हिंदुस्तान में चलाई जा रही है और राहुल गांधी ने जो कुछ पिछड़े वर्ग से लेकर एस.सी. एस.टी. समाज के लिए कहा है उसकी जानकारी विस्तार से भी देंगे। 

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि राहुल गांधी जब हिंदुस्तान में होते हैं तो पी.आर. कंपनी के इशारे पर जैसा उन्हें आदेश मिलता है उसी हिसाब से वह काम करते हैं। कभी राह चलते राहगीर के साथ चले जाते हैं, तो कभी चाय की दुकान पर बैठ जाते है और कभी स्टेशन पर सूटकेस ढोने लगते हैं और फिर पूरी कांग्रेस अपनी नेता के लिए सहानुभूति बटोरने में लग जाती है। लेकिन जब वह विदेश पहुँचते हैं तो उनका असली चेहरा सामने आता है विदेशों में जाकर अलगाववादी सोच के लोगों के साथ खड़े होते हैं और भारत की छवि ख़राब करने का काम करते हैं। राहुल गांधी कहते हैं कि मैं अनुसूचित समाज और ओबीसी समाज, जनजातीय समाज आरक्षण समाप्त कर दूँगा, इसलिए मेरी राहुल गांधी को खुली चुनौती है कि बाबा भीमराव अम्बेडकर द्वारा लिखे भारत का संविधान ओ.बी.सी.,  एस.सी और एस.टी. समाज को आरक्षण देता है और राहुल गांधी इसे हाथ लगाकर दिखाए। 

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने इस देश की सबसे बड़ी दलित चेहरे वाले नेता बाबू जगजीवन राम को प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया और OBC समाज के सीता राम केसरी अध्यक्ष बन गए थे लेकिन उन्हें और कांग्रेस दफ़्तर से बाहर फेंक दिया गया था कि यह है। कांग्रेस का इतिहास और उसका असली चेहरा यही है। राहुल गांधी भी आरक्षण से नफ़रत करते हैं क्योंकि आज देश में एक ग़रीब परिवार का आदमी प्रधानमंत्री है जो राहुल गांधी के सामंतवादी  सोच के ख़िलाफ़ है।

भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत ने कहा कि राहुल गांधी देश में संविधान को लेकर बार-बार भारतीय जनता पार्टी पर सवाल उठाते हैं। लेकिन वही राहुल गांधी जब विदेश में जाते हैं, तो वहां जाकर कहते हैं कि हमारी पार्टी आरक्षण के फेवर में नहीं है और जब कभी भी हमारी पार्टी को मौका मिलेगा हम आरक्षण को हटाएंगे। इससे पहले उनके पारिवार के लोग भी यह बात कहते रहे हैं। जवाहरलाल नेहरू, राजीव गांधी हो या इंदिरा गांधी ने भी आरक्षण का विरोध किया था और अब उनसे आगे आकर राहुल गांधी तो विदेशों में जाकर आरक्षण समाप्त करने की बात कह रहे हैं। राहुल गांधी को समझना होगा कि पॉकेट और हाथ में संविधान वाली किताब लहराने से कुछ नहीं होता उसे पढ़ भी लेना चाहिए क्योंकि संविधान ओ.बी.सी. ही नहीं एस.सी., एस.टी. समाज को आरक्षण देता है और उसे कोई नहीं बदल सकता। राहुल गांधी जी को माफी मांगनी चाहिए कि संविधान में लिखे हुए प्रावधान को कुचलने को कह कर रहे हैं।

दिल्ली भाजपा ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष सुनील यादव ने कहा कि जब तक भाजपा है तब तक कांग्रेस और राहुल गाँधी की ओबीसी आरक्षण को ख़त्म करने की मंशा पूरी नहीं होने देगी। राहुल गाँधी ने लोकसभा चुनाव में जनता को गुमराह करने का काम किया। देश की जनता को आरक्षण छिन्न जाने का झूठा भय बनाकर चुनावों में लाभ लेने का घिनोना प्रयास किया। ओबीसी समाज को एकजुट होना होगा और अपने अधिकारों को बचाने के लिए ओ.बी.सी. विरोधी राहुल गाँधी  के नापाक मंसूबों को कुचलना होगा। कांग्रेस की ये हरकत पूरे देश के ओबीसी, एस.सी. एवं एस.टी. समाज के लिए खतरे की घंटी है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह स्पष्ट किया है कि जब तक मोदी हैं तब तक वह ओ.बी.सी.  का वर्ग का हक नहीं छिनने देंगे, भाजपा सरकार आरक्षण के पक्ष में थी है और रहेगी । हम इस लड़ाई को हर मोहल्ले में गॉव-गॉव में गली-गली लेकर जायेंगे।