देवेश चंद्र ठाकुर के बदले सुर, बोले- यादव-मुसलमान के पर्सनल काम नहीं करूंगा, पब्लिक काम होंगे 

 


नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के टिकट पर सीतामढ़ी लोकसभा सीट से जीतकर पहली बार संसद पहुंचे सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने यादव और मुसलमानों का काम नहीं करने के बयान में थोड़ी नरमी लाते हुए कहा है कि वो इनके पर्सनल काम नहीं करेंगे लेकिन सार्वजनिक काम लेकर ये आएंगे तो स्वागत है। चुनाव में यादव और मुसलमान का वोट नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए ठाकुर ने एक सभा में कहा कि उन्होंने यादव और मुसलमान के बहुत सारे काम किए लेकिन इन लोगों ने उन्हें वोट नहीं दिया। अगर ये मेरे पास आएंगे तो उनका स्वागत है, उनको चाय-मिठाई तो दूंगा लेकिन उनके काम नहीं करूंगा। बयान पर विवाद के बाद भी ठाकुर अपनी ज्यादातर बातों पर कायम हैं लेकिन यह कहकर नरमी दिखाई है कि वो मुसलमान और यादव के पर्सनल काम तो नहीं करेंगे लेकिन वो आम लोगों के सार्वजनिक काम लेकर आएंगे तो उनका स्वागत है।

नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री रह चुके देवेश चंद्र ठाकुर बिहार विधान परिषद के चेयरमैन थे जिस पद से उन्होंने सांसद चुने जाने के बाद इस्तीफा दे दिया है। सीतामढ़ी लोकसभा सीट से वो 51356 वोट के अंतर से जीते हैं। देवेश चंद्र ठाकुर को 515719 जबकि राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अर्जुन राय को 464363 वोट मिले। 2019 के चुनाव में इसी सीट पर जेडीयू के सुनील पिंटू राजद के अर्जुन राय से ढाई लाख वोट के अंतर से जीते थे। देवेश चंद्र ठाकुर जीते लेकिन जीत का मार्जिन घट गया और वोट प्रतिशत भी।

ठाकुर ने चुनाव परिणाम का जिक्र करते हुए काम लेकर आए एक मुसलमान की कहानी सुनाई और बताया कि उन्होंने आरजेडी को वोट दिया था। ठाकुर ने उस मुसलमान से कहा कि उसने तीर छाप पर बटन नहीं दबाया क्योंकि उसे तीर के पीछे नरेंद्र मोदी का चेहरा दिखता है तो उन्हें भी उसके चेहरे में लालू यादव और लालटेन दिखता है। उन्होंने उसे कहा कि आप पहली बार आए हैं इसलिए चाय-मिठाई मंगाता हूं और उसके बाद खुदा हाफिज कर दूंगा। मैं आपका काम नहीं कर सकता।