PK के बयान पर भड़के दिलीप जायसवाल, बोले- पैसा तो कोठे पर भी जाकर कमा सकते हैं...

 

बिहार में जहरीली शराबकांड से हुई मौतों के बाद एकबार फिर शराबबंदी को लेकर बहस छिड़ गई है। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर शराबबंदी हटाने की बात कही है। प्रशांत किशोर का कहना है कि शराबबंदी से राजस्व का नुकसान हो  रहा है। जिसको लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि जो राजस्व की बात करते हैं, पैसा कमाने की बात करते हैं, कोठे पर जाकर भी बहुत लोग कमाई कर सकते हैं। उन्होंने पूछा क्या हम समाज के संस्कार को बिगाड़ कर कमाई की बात सोचें? क्या हम आने वाले भविष्य की जिंदगी बर्बाद करके बिहार के विकास की बात सोचें? ऐसा सोचने वाले और बोलने वाले लोगों का नैतिक पतन हो गया है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, "कितना आराम से बोल देते हैं कि शराब से कमाई करके हम बिहार का विकास करेंगे. कभी ये नहीं बोलते हैं यहां उद्योग लाकर बिहार का विकास करेंगे. बिहार के अंदर जितने पर्यटन स्थल हैं उसका विकास करके विकास करेंगे. सरकार कर रही है, लेकिन इन सब बातों की चर्चा नहीं हो रही है. हमारे अंदर जो अच्छाई है अगर उसी को विकसित कर दें तो बिहार बहुत आगे बढ़ेगा और बढ़ रहा है." 

बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कहा कि जो-जो नेता बोल रहे हैं कि शराब शुरू करा देंगे जनता समझ रही है कि वो शराब माफिया से कहीं कहीं न प्रभाव में हैं. इस बात की जांच होनी चाहिए कि जो बोल रहे हैं कि शराब शुरू कर देंगे उनका शराब माफिया से क्या कनेक्शन है. अब इसकी जांच होनी चाहिए. सरकार से अनुरोध करूंगा कि इसकी जांच कराई जाए.

जहरीली शराब से सीवान और छपरा में हुई मौतों पर कहा, "जब शराबबंदी नहीं थी तब कितनी मौत हो रही थी? उसकी जानकारी मीडिया और विपक्ष को भी निकालना होगी. 10 गुणा कमी हुई है. जब शराबबंदी नहीं थी तो यह आम बात थी. आज साल में एक-आध घटना हो रही है. इसमें भी कहीं न कहीं विपक्ष के लोग हैं. मैं तो कहता हूं कि इसकी जांच हो कि शराब माफिया के पीछे कौन हैं जो उनका मनोबल बढ़ाने का काम कर रहे हैं."