शिक्षा हमारे देश एवं समाज की जरूरतों के अनुरूप होनी चाहिए - राज्यपाल
 

 

पटना: राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बी०एस० कॉलेज, दानापुर के परिसर में पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना के स्नातकोत्तर अकादमिक परिसर का भूमिपूजन एवं मुख्य द्वार का शिलान्यास किया।

इस अवसर पर उपस्थित प्राध्यापकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनके ज्ञान और अनुभव से शिक्षा जगत लाभान्वित होना चाहिए तथा वे उनका उपयोग आनेवाली पीढ़ी के लिए करें। ईश्वर ने उन्हें समाज का मार्गदर्शन करने के लिए चुना है और उनके उपर बिहार की शिक्षा और शिक्षार्थियों को सही दिशा देने का महत्वपूर्ण दायित्व है।

राज्यपाल ने कहा कि आज शिक्षा के विषय में हमारी सोच में परिवर्तन हुआ है। प्राध्यापकों को चिंतन करना चाहिए कि समाज को क्या चाहिए। शिक्षा हमारे देश एवं समाज की जरूरतों के अनुरूप होनी चाहिए। विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों में साइबर स्टडीज, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिफेंस स्टडीज आदि विषयों को शामिल किया जाना चाहिए। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के पास इसकी पर्याप्त क्षमता है और वह इन पाठ्यक्रमों को शुरू करनेवाला पहला विश्वविद्यालय बन सकता है। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के गठन के 05 वर्ष हो चुके हैं। इसके प्राध्यापकों को आगामी 25 वर्षों में शिक्षा के स्तर और उसकी गुणवत्ता के बारे में आज ही विचार करना चाहिए।

कार्यक्रम को पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना के कुलपति प्रो० आर० के० सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर राज्यपाल के प्रधान सचिव श्री रॉबर्ट एल० चॉग्थू पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना के प्रतिकुलपति प्रो० गणेश महतो, कुलसचिव प्रो० नागेन्द्र कुमार झा, विश्वविद्यालय के पदाधिकारीगण, शिक्षकगण, बी० एस० कॉलेज, दानापुर के प्राचार्य, शिक्षकगण एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारीगण एवं अन्य लोग उपस्थित थे