उपचुनाव के लिए पूर्व विधायक शंकर सिंह आज करेंगे नॉमिनेशन, लोजपा (R) से इस्तीफा देने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला

 
पूर्णिया के रूपौली विधानसभा के लिए 10 जुलाई को उपचुनाव है। इसके लिए पूर्व विधायक शंकर सिंह आज नॉमिनेशन करेंगे। इससे पहले 15 जून को बागी तेवर अपनाते हुए पूर्व विधायक शंकर सिंह ने लोजपा (R) से इस्तीफा दे दिया था। वे रूपौली विधानसभा उपचुनाव में NDA से टिकट काटे जाने से नाराज थे। जिसके बाद पार्टी से इस्तीफा देते हुए वे चुनावी मैदान में कूद पड़े हैं। निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर ताल ठोकते हुए पूर्व विधायक ने उपचुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया।
वे आज दोपहर करीब 12 बजे धमदाहा अनुमंडल कार्यालय में नामांकन पर्चा दाखिल करने पहुंचेंगे। उनके साथ उनकी पत्नी जिला परिषद सदस्य प्रतिमा कुमारी भी होंगी। इससे पहले रूपौली से 5 बार की विधायक रही बीमा भारती ने विधायक पद से इस्तीफा देकर राजद प्रत्याशी के तौर पर पूर्णिया से लोकसभा चुनाव लड़ा था। तभी से रूपौली विधानसभा सीट खाली है।
लोजपा (रामविलास) से बागी हुए पूर्व विधायक शंकर सिंह के चुनावी मैदान में ताल ठोकने के बाद से ये माना जा रहा है कि रूपौली विधानसभा के लिए 10 जुलाई को होने वाले उपचुनाव का मुकाबला त्रिकोणीय होगा। एनडीए से कलाधर मंडल, महागठबंधन से बीमा भारती और निर्दलीय प्रत्याशी शंकर सिंह के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। जदयू का दामन छोड़ राजद के साथ जाने के बाद से न सिर्फ पार्टी बदली बल्कि बीमा भारती के लिए बहुत कुछ बदल चुका है।
लोकसभा में करारी हार और हाइप्रोफाइल गोपाल यादुका हत्याकांड में जिस तरीके से पुलिस की शुरुआती इन्वेस्टिगेशन में छोटे बेटे राजा का नाम सुपारी देने के मामले में आ रहा है, इससे क्षेत्र में बीमा भारती की साख बेहद तेजी से गिरी है।
बता दें कि बीमा भारती के इस्तीफे के बाद से रूपौली विधानसभा सीट खाली थी। चुनाव आयोग ने अधिसूचना जारी करते हुए रूपौली विधानसभा के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए 10 जुलाई को वोटिंग जबकि 13 जुलाई को काउंटिंग की तारीख घोषित की है।
रूपौली विधानसभा में 3 प्रखंड और 42 पंचायतों को मिलाकर 321 मतदान केंद्र हैं। इनमें रूपौली प्रखंड के 18 पंचायत, रुपौली नगर पंचायत के साथ ही भवानीपुर प्रखंड के 12 पंचायत और एक नगर पंचायत, जबकि बी कोठी प्रखंड के 8 पंचायत शामिल हैं। 55 मतदान केन्द्रों को प्रशासन ने अतिसंवेदनशील घोषित कर रखा है। वहां अभी से ही प्रशासनिक गतिविधि के साथ ही अर्धसैनिक बल की तैनाती करते हुए उन्हें अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है।