कल दिल्ली में मनाई जाएगी जेपी आंदोलन की स्वर्ण जयंती, पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने किया आयोजन

 
जेपी आंदोलन के पचास वर्ष पूरे हो गए हैं। 2024 का साल जेपी आंदोलन की स्वर्ण जयंती वर्ष भी है। इस आंदोलन के कारण ही तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 की आधी रात को पूरे देश में आपात काल काल लगा दिया था। कल यानी 25 जून को आपात काल की काली याद को ताजा करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री व जेपी आंदोलन के कद्दावर छात्र नेता अश्विनी कुमार चौबे के संरक्षण में दिल्ली के कंशट्यूशन क्लब में आपातकाल विभीषिका दिवस समारोह का आयोजन किया गया है।
नई दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में 25 जून को 1974 का जे पी आंदोलन स्वर्ण जयंती समारोह मनाया जा रहा है। जिसको लेकर बक्सर के जेपी सेनानी पूर्व सांसद सह केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने समारोह का आयोजन किया है l मुख्य अतिथि श्री एम वेंकैया नायडू जी है। 
बता दें कि भारत रत्न लोकनायक जयप्रकाश नारायण आंदोलन स्वर्ण जयंती समारोह का आयोजन 25 जून 2024 को प्रातः 10 बजे कांस्टीट्यूशन क्लब, नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है। जिसमें बिहार सहित देश के सभी जेपी सेनानी कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे। 
 1974 जे पी आंदोलन के सक्रिय सेनानियों एवं लोकतंत्र की रक्षा के लिए सन् 1975, आपातकाल में जेल में यातनापूर्ण जीवन बिताने वाले संपूर्ण भारत के लोक प्रहरी भाग लेंगे। इस अवसर पर 'विकसित भारत में लोकतांत्रिक मूल्यों का संरक्षण एवं युवाओं की भूमिका' विषय पर परिचर्चा सत्र का आयोजन एवं जे. पी. आंदोलन और आपातकालीन चित्रों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी एवं वीडीओ क्लिप दिखाई जाएगीं। साथ ही समिति सेनानियों को "लोकतंत्र प्रहरी सम्मान" से अलंकृत करेगी।
1974 में जयप्रकाश नारायण ने देश में एक क्रांतिकारी आंदोलन शुरू किया था, जिसे ‘संपूर्ण क्रांति’ के नाम से जाना जाता है। यह आंदोलन सामाजिक न्याय, राजनीतिक सुधार और आर्थिक समानता के लिए चलाया गया था।
 आंदोलन ने देश में कई महत्वपूर्ण बदलाव लाए। इसने आपातकाल को समाप्त करने, लोकतंत्र को बहाल करने और गरीबी और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।