पप्पू यादव बोले- लॉरेंस सलमान को मारे या किसी और को, मुझे मतलब नहीं
एक्टर सलमान खान पर जब से काला हिरण मारने का आरोप लगा, तब से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के निशाने पर हैं। हाल ही में लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सलमान खान के करीबी और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी। मुंबई में बाबा सिद्दीकी की हत्या हुई, इधर बिहार में पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने लॉरेंस बिश्नोई को लेकर जो बयान दिया, वो अब उनके गले की हड्डी बन गया है। सांसद को लॉरेंस गैंग की तरफ से जान से मारने की धमकी भी मिली।
थ्रेट के बाद पप्पू यादव लगातार बयान दे रहे हैं। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि 'लॉरेंस बिश्नोई, आपको जिसे मारना है, मारिए। मुझे कोई मतलब नहीं है। मेरा कोई लेना-देना नहीं है। सलमान को या फिर किसी और को मारिए, हमें क्या लेना-देना है। सलमान को बचाना है या नहीं ये सरकार का दायित्व है। हमारी हिफाजत की चिंता आप लोग मत करिए।
पप्पू यादव ने कहा कि 'हम 1984 से कई परिस्थितियों का सामना करके आज यहां तक पहुंचे हैं। जो लोग जात-पात की बात करते हैं। जब कोई आज मेरी आलोचना करते हैं, तो वो लोग कोरोना दौर याद कर लीजिए।'
पप्पू यादव ने कहा कि 'बाबा सिद्दीकी से मेरा कोई संबंध नहीं है। मेरा संबंध संविधान, कानून और देश से। जब कोई समाज टूटने लगता है, तब मैं बोलता हूं। देश का संविधान कमजोर पड़ने लगता है तब मैं बोलता हूं। जब पप्पू यादव डर ही गए तो आप लोगों को इस बात की खुशी क्यों है और इसमें आनंद क्यों आ जाता है।
धमकी के बावजूद हम मुंबई गए थे। 3 तारीख के बाद से हम 20 दिन तक झारखंड में रहेंगे। मैं बहुत ही विनम्रता से कहूंगा कि मेरी निजी दुश्मनी, निजी लड़ाई किसी से भी नहीं है।'
पप्पू यादव ने कहा कि 'मैं डर के कारण तो कुछ नहीं करूंगा, जिसको जो मन में है करें। डरकर जीने की आदत मुझे नहीं है। सब कुछ छोड़ देना पड़ेगा तो छोड़ देंगे, लेकिन अपनी जिंदगी और के लिए अपने आईडियोलॉजी से कोई समझौता नहीं करेंगे। मैं कह रहा हूं मेरी लड़ाई किसी से नहीं है। ना कभी मैंने लॉरेंस को भी कहा कि भैया तुमको किसे मारना है, किसे क्या करना है, तुम्हारा मैटर है। करणी सेना के अध्यक्ष को जब उन्होंने मारा था तब हमने यह बात सदन में उठाई थी।'
उन्होंने आगे कहा कि 'मैं हर दिन लोगों के बीच होते हैं। लोगों के बीच चलते हैं। रात के 3 बजे तक जगे रहते हैं। अर्जुन भवन में जब आना हो आई और मार के चले जाइए। क्या हम आपको रोक रहे हैं। जो लोग आलोचना करते हैं कि डर गए, तो भैया मरवा दो न क्या दिक्कत है। हम तो चाहते हैं कि हम जल्दी मरे, आपको भी मारने की जल्दबाजी है, तो हम को जल्दी खत्म करिए और हिंदुस्तान से सच को गायब कर दीजिए।