मैं आनंद मोहन को अपराधी नहीं मानता वो बुरे इंसान नहीं हो सकते हैं, दूसरे लोग चाहे जो समझें: जीतन राम मांझी 
 

 

पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन की रिहाई की तैयारी को लेकर सियासत गर्म है. बीते दिन जहां उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इस रिहाई की तैयारी का विरोध किया तो वहीं अब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इसका समर्थन किया है. मांझी ने कहा है कि, मैं आनंद मोहन को अपराधी नहीं मानता वो बुरे इंसान नहीं हो सकते हैं, दूसरे लोग चाहे जो समझें. 

जीतन राम मांझी ने सोमवार को जमुई में गरीब संपर्क पदयात्रा पर हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि, मैं आनंद मोहन को बुरा आदमी नहीं मानता हूं, दूसरे लोग चाहे जो समझे. मांझी ने कहा कि- आनंद मोहन की बातों को देखने के बाद वह क्रिमिनल नेचर के इंसान नहीं लगते. उन्होंने एक नहीं बल्कि कई किताबें लिखी है. इसलिए मैं नहीं मानता हूं कि आनंद मोहन के छूट जाने से गरीब पर बहुत अत्याचार होगा. 

इतना ही नहीं आनंद मोहन की रिहाई को लेकर बिहार सरकार ने पिछले दिनों बिहार कारा हस्तक 2012 के नियम 481(i) (क) में जो संशोधन किया है. उसको लेकर मांझी ने कहा कि कानून में बिहार सरकार ने जो संशोधन किया है वह बिहार सरकार का अपना निर्णय है. सरकार सोच-विचार कर ही कानून में संशोधन किया होगा। मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि, ऐसा कानून सबके लिए होना चाहिए.

वैसे बता दें पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन की रिहाई की तैयारी को लेकर उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इसका विरोध किया. उन्होंने रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार को दलित विरोधी करार दिया है. उन्होंने कहा कि बिहार की नीतीश सरकार द्वारा, आन्ध्र प्रदेश (अब तेलंगाना) महबूबनगर के रहने वाले गरीब दलित समाज से आईएएस बने बेहद ईमानदार जी. कृष्णैया की निर्दयता से की गई हत्या मामले में आनन्द मोहन को नियम बदल कर रिहा करने की तैयारी देश भर में दलित विरोधी निगेटिव कारणों से काफी चर्चाओं में है.