राजनीति में एंट्री लेने की तैयारी में हैं मुख्यमंत्री के बेटे? जेडीयू ने कहा- यह बात बिल्कुल तथ्यहीन और निराधार है

 

बिहार में अटकलें लगाई जा रही हैं कि वंशवाद की खिलाफत करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इकलौते बेटे सक्रिय राजनीति में आ सकते हैं. निशांत कुमार आम तौर पर सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आते हैं. उन्हें बेहद कम अवसरों पर सार्वजनिक तौर पर पिता के साथ देखा गया है. पार्टी के अंदर मांग उठ रही है कि निशांत औपचारिक रूप से जदयू में शामिल हो जाए. जो नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद उनकी जगह ले सके. सोमवार को अटकलें और तेज हो गई जब पार्टी से जुड़े और राज्य खाध आयोग के प्रमुख विधानंद विकल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली.

विकल ने लिखा कि बिहार को नए राजनीतिक परिद्श्य में युवा नेतृत्व की जरूरत है. निशात कुमार में सभी अपेक्षित गुण हैं मैं जदयू के कई साथियों की राय से सहमत हूं कि वे पहल करें और राजनीति में सक्रिय हों.

जदयू ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पुत्र निशांत के राजनीति में आने की बात को खारिज किया। जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि यह बात बिल्कुल तथ्यहीन व निराधार है। वे मंगलवार को मीडिया से मुखातिब थे। उनसे मुख्यमंत्री के पुत्र के राजनीति में आने से जुड़ा सवाल पूछा गया था। उन्होंने इसे नकारा, खारिज किया। 


जब प्रत्रकारों ने स्पष्ट रूप से पूछा कि क्या मुख्यमंत्री के साथ उनकी बैठकों में कभी इस विषय पर चर्च हुई है, तो चौधरी ने कहा- मैंने जो कहा है, वह इस पश्न का पर्याप्त उत्तर है.

इस बीच, लोकसभा चुनावों में भाजपा की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी बनकर उभरी जदयू इस महीने के अंत में दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की तैयारी कर रही है.