जेल जाने पर पत्नी को क्यों नहीं बनाया मुख्यमंत्री, केजरीवाल ने बतायी वजह 

 

दिल्ली के कथित शराब घोटाले में जेल जाने के बाद अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री न बनाए जाने का कारण अब सामने आ गया है। अरविंद केजरीवाल ने खुद ‘आप’ के कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में इस सवाल का जवाब दिया। केजरीवाल ने सम्मेलन में बताया कि जब मैं जेल गया, तो कहा गया कि मेरी पत्नी मुख्यमंत्री बनेंगी, लेकिन उन्होंने इसमें कोई रुचि नहीं दिखाई। हम हमेशा जनता के लिए काम करते रहे हैं, और हमारा उद्देश्य यही है कि काम जारी रहे। इसके लिए आवश्यक है कि दिल्ली में दोबारा ‘आप’ की सरकार बने।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे पिछली बार से भी अधिक सीटों पर जीत हासिल करें। उन्होंने कहा कि भाजपा ने दिल्ली में किसी भी तरह से चुनाव जीतने की योजना बना रखी है, वे ‘आप’ के कामों को रोकने की कोशिश कर रहे हैं और हमें कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनकी ये साजिश अब तक सफल नहीं हुई है।

आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए तैयारियों को तेज करते हुए सोमवार से ‘आप’ ने जिला कार्यकर्ता सम्मेलन की शुरुआत की। पहले दिन ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने किराड़ी और तिलक नगर विधानसभा क्षेत्रों में सम्मेलन आयोजित किया। सम्मेलन में जिला से लेकर बूथ स्तर के कार्यकर्ता शामिल हुए। इस दौरान कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देते हुए ‘फिर लाएंगे केजरीवाल’ की शपथ दिलाई गई।

केजरीवाल ने कहा कि भाजपा पूरे देश में ‘डबल इंजन’ सरकार का नारा देती है, लेकिन दिल्ली की जनता को इस धोखे में नहीं आना चाहिए। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में भाजपा की डबल इंजन सरकार है, लेकिन दिल्ली जैसी मुफ्त सुविधाएं—बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य—कहीं नहीं मिलतीं।

इसके बाद, केजरीवाल ने बल्लीमारान विधानसभा क्षेत्र के बारादरी में बने नवनिर्मित सामुदायिक भवन का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जो विकास कार्य शुरू हुए हैं, उन्हें रुकने नहीं देना है। बल्लीमारान के विधायक और कैबिनेट मंत्री इमरान हुसैन ने बताया कि यह तीन मंजिला सामुदायिक भवन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है।