मुस्लिम रिजर्वेशन पर लालू की सफाई, बोले- धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होता

 

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने मुस्लिमों को आरक्षण देने वाले अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आरक्षण सामाजिक आधार पर होता है, धर्म के आधार पर नहीं होता है। लालू ने कहा कि मंडल कमीशन की सिफारिशें मैंने लागू किया था। बता दें कि कुछ घंटों पहले ही लालू यादव ने मुस्लिमों को आरक्षण देने की बात कही, जिस पर सियासी हंगामा मच गया। बीजेपी इसका जमकर विरोध कर रही है।


लालू यादव ने मंगलवार सुबह पटना में दिए एक बयान में मुस्लिमों को आरक्षण देने की वकालत की। इसके बाद सियासी पारा गर्मा गया। बीजेपी और जेडीयू के नेताओं ने इसका विरोध किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मध्य प्रदेश की एक रैली में लालू के बयान का हवाला देते हुए INDIA गठबंधन पर एससी, एसटी, ओबीसी का हक छिनने का आरोप लगाया। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने यह तक कह दिया कि लालू कितनी भी कोशिश कर लें मुसलमानों को अलग से रिजर्वेशन नहीं मिलेगा।
 

अब कुछ ही घंटों के भीतर लालू यादव का स्पष्टीकरण आया है। दोपहर में मीडिया से बातचीत में उन्होंने धर्म के आधार पर आरक्षण देने की बात से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने संविधान की समीक्षा के लिए आयोग का गठन कर दिया था। ये लोग (एनडीए) यही चाहते हैं।
 

पीएम मोदी के अटैक के बाद बैकफुट पर आए लालू ने कुछ ही घटे बाद अपनी सफाई दी है। लालू ने कहा कि, “मंडल कमीशन को हमने लागू किया था.. मंडल कमीशन में सैकड़ों जातियां हैं, जो सामाजिक आधार है.. धर्म आधार नहीं है.. नरेंद्र मोदी आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं.. इसलिए तरह तरह का बहाना बनाते हैं.. अटल बिहारी बाजपेयी ने तो संविधान समीक्षा आयोग बना दिया था, ताकि ये लोग संविधान को बदल दें... लेकिन धर्म आरक्षण का आधार हो ही नहीं सकता है, आरक्षण का सामाजिक आधार होता है”।