वीआईपी के संस्थापक मुकेश सहनी ने विश्व मत्स्य दिवस पर दी मछुआरा समाज के लोगों को बधाई, शुभकामनाएं

 
पटना: विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के संस्थापक और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने आज विश्व मत्स्य दिवस पर मछुआरा समाज के भाइयों एवं बहनों की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए एकजुट रहने और अपने अधिकारों को लेकर संघर्ष करने की अपील की है। 
 सहनी ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट से पोस्ट करते हुए लोगों को मछुआरा दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने लिखा, ”समस्त देश व प्रदेशवासियों एवं विशेष रूप से मछुआरा समाज के भाई-बहनों को विश्व मछुआरा दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। यह दिन मछुआरा समाज के अथक परिश्रम, उनकी अमूल्य सेवा और समाज में उनके अद्वितीय योगदान को समर्पित है। आइए, इस अवसर पर मछुआरों के अधिकार व उनके सशक्तिकरण और उनके उज्ज्वल भविष्य के प्रति अपने दायित्वों को निभाने का संकल्प लें।"
उन्होंने विश्व मत्स्य दिवस के मौके पर कहा कि दुनियाभर में सभी मछुआरों और मछली पालन से जुड़े अन्य हितधारकों की एकजुटता को प्रदर्शित करने के लिए हर वर्ष 21 नवंबर को विश्व मत्स्य दिवस मनाया जाता है। 
उन्होंने कहा कि आज के दिन हमे भी एकजुट रहने और अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि यही संघर्ष हमे अपनी मंजिल तक पहुंचाएगा।
सहनी ने कहा कि मत्स्य पालन क्षेत्र को एक उभरता हुआ क्षेत्र माना जाता है और इसमें समाज के कमजोर वर्ग के आर्थिक सशक्तिकरण द्वारा समान और समावेशी विकास लाने की अपार क्षमता है,लेकिन सरकार ने अब तक कमजोर वर्ग के उत्थान के लिए इस ओर कभी नहीं सोचा। 
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में निषादों के नाम पर राजनीति भी खूब हुई , लेकिन आज कई राज्यों में निषादों को आरक्षण मिला है लेकिन आज तक बिहार में निषादों को आरक्षण नहीं दिया गया।