EXCLUSIVE: प्रशांत किशोर के राजनीतिक दल का नाम 'जन सुराज पार्टी', निर्वाचन आयोग से मिली स्वीकृति 

 

प्रशांत किशोर का अभियान जन सुराज आज राजनीतिक दल के रूप  में बदल गया है। इसका ऐलान जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर के द्वारा किया गया है. उन्होंने पटना के वेटनरी  कॉलेज मैदान में आयोजित स्थापना अधिवेशन में बताया की उनकी जन सुराज को निर्वाचन आयोग की तरफ से राजनीतिक दल के रूप में स्वीकृति मिल गई। इस दल का नाम जन सुराज पार्टी  होगा। प्रशांत किशोर ने सभी लोगों से  इस नाम को लेकर स्वीकृति भी ली।

नई पार्टी के नाम के ऐलान के बाद प्रशांत किशोर ने जय जय बिहार का नारा दिया। विरोधियों पर जमकर निशाना साधा। प्रशांत किशोर ने कहा कि अन्य सभी राजनीतिक दलों ने बिहार के लोगों को ठगने का काम किया और आज बिहार के लोगों को नौकरी की तलाश में राज्य से बाहर जाना पड़ता है। प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि वो आज कल सर्वे करवा रहे हैंं। घर-घर में लड़ाई की स्थिति है। लोगों को अपना खतियान निकालने के लिए पैसे देने पड़ रहे हैं। गांव-गांव में लोग बता रहे हैं कि डीसीएलआर और अन्य अधिकारी लोगों से पैसे की वसूली कर रहे हैं।

प्रशांत किशोर ने कहा कि हमारी मांग है कि यहां सर्वे नहीं बल्कि भूमि सुधार लागू होनी चाहिए। जब नीतीश सरकार को यह नहीं पता कि यह जमीन किसकी है तो फिर वो आपसे पूछ रहे हैं कि यह जमीन किसकी है। प्रशांत किशोर ने कहा कि 5 साल लगेगा लेकिन यहां पर पूरी तरह से यहां भूमि सुधार लागू किया जाएगा। बिहार में भूमि सुधार लागू नहीं होने की वजह से बिहार में 100 में से 60 लोग भूमिहीन है। 

इससे पहले जन सुराज पार्टी के स्थापना कार्यक्रम में प्रार्थना के बाद संविधान की प्रस्तावना पढ़ी गई। चंपारण के एक रिटायर्ड टीचर गोरख महतो ने संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा। बता दें कि प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर 2022 से जन सुराज अभियान का आगाज किया ता। इस दौरान उन्होंने पूरे बिहार की पदयात्रा की थी।