नीतीश कुमार ने रामकृपाल का उड़ाया मजाक तो गुस्से में लाल हुए रामकृपाल, कहा- CM जितना बड़ा पलटीबाज नेता कोई नहीं,  इनका तो नाम ही पलटू कुमार पड़ा हुआ है

 

पटना के एसके मेमोरियल हॉल में राम लखन सिंह यादव स्मृति समारोह का आयोजन रविवार को किया गया. इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया. इस समारोह में कई राजनीतिक दिग्गज पहुंचे हुए थे. इस दौरान नीतीश कुमार ने भाजपा सांसद रामकृपाल यादव पर तंज कसते हुए कहा था कि रामकृपाल यादव आरजेडी में थे लेकिन बीजेपी में चले गए. रामकृपाल जी तो भाजपा को माथा पर उठाए हुए हैं। उनको तो हमारा कुछ विकास तो दिखता ही नहीं है। अब नीतीश कुमार के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा नेता रामकृपाल यादव ने कहा कि, नीतीश कुमार से बड़ा पलटीबाज नेता कोई नहीं हो सकता है। इनका तो नाम ही पलटू कुमार पड़ा हुआ है। 

भाजपा नेता रामकृपाल यादव ने कहा कि नीतीश कुमार कब किधर पलट जाए वह कोई नहीं जानता है। इसके बावजूद वह मेरे पर इस तरह का सवाल उठा रहे हैं तो मुझे तो हंसी आता है। अब उनका कोई वजूद नहीं रह गया है वह सब झूठी बातें करना जानते हैं। इतना ही नहीं रामकृपाल यादव ने नीतीश कुमार से सवाल करते हुए कहा कि, पहले उनको यह बताना चाहिए कि, जनता दल को किसने तोड़ा था। भाजपा में कौन पहले गया था। किसके बल पर रेल मंत्री और मुख्यमंत्री बने रहे।इनका कोई ठीक है कब कहां चले जाए। ये क्या बोलेंगे दूसरे को। मुख्यमंत्री ने जिस जगह से टिप्पणी की है यह अच्छी चीज नहीं है। वहां कोई राजनीतिक मंच नहीं था, उनको इन सब चीजों से बचना चाहिए था। मैंने उनको आइना दिखाया तो तकलीफ हो गई और इस तरह की बात करने पर आ गए।

दरअसल रविवार को पटना के एसके मेमोरियल हॉल में राम लखन सिंह यादव स्मृति समारोह का आयोजन किया गया था. इसी दौरान नीतीश कुमार ने मंच से ही भाजपा सांसद रामकृपाल यादव पर तंज कसते हुए कहा कि “हमारे विपक्ष में बैठे लोग तरह – तरह की बातें करते रहते हैं वो तो गलत बात है। अब हम रामकृपाल जी को कहेंगे कि, वो बीजेपी को माथा पर उठाए हुए हैं। उनको हमारा कुछ विकास तो दिखता ही नहीं है। जब ये राजद में थे तो हम इनको कितना इज्जत देते थे। इनको तो हम कहिए से जानते हैं।” 

नीतीश कुमार ने कहा कि आप लोग के साथ थे आप लोग कहते थे कि हम विकास कर रहे हैं बतवा तो आप सब जानिए रहे हैं, लेकिन कुछ  कुछ भूल रहे हैं। पहले गरीब के बच्ची कहां पढ़ती थी। पांचवा के बाद लोग पढ़ा नहीं पाता था आज वो अपने घर से निकल रही है पढ़ रही है। तो काम तो हम कर ही रहे हैं और यूं लोग भी जानिए रहे हैं। इसके बाद भी बोलते रहते हैं तो हम क्या कर सकते हैं।